किऊल महोत्सव का होने जा रहा आयोजन, आश्वासन के बाद भी नहीं मिला राजकीय महोत्सव का दर्जा
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सहित कई मंत्री और विधायक ने शिरकत किया था और सभी ने राजकीय महोत्सव का दर्जा दिलाने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक कोई कार्य नहीं हो सका.
किऊल रेलवे स्टेशन स्थित 108 दुर्गा मंदिर किऊल प्रागंण में हर साल धूमधाम से किऊल महोत्सव मनाया जाता है. इस बार भी 23 और 24 जनवरी को दो दिवसीय 16वां किऊल महोत्सव मनाया जाएगा. जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है, आयोजन समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2007 में किऊल दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई थी. उस समय से ही किऊल महोत्सव का शुभारंभ हुआ और तब से यह आयोजन हर साल मनाया जाता है. इसे राजकीय दर्जा देने की मांग भी उसी समय से जारी है.
नहीं मिला अब तक राजकीय महोत्सव का दर्जा
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सहित कई मंत्री और विधायक ने शिरकत किया था और सभी ने राजकीय महोत्सव का दर्जा दिलाने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक कोई कार्य नहीं हो सका, सभी फाइलें दबी हुई है. जबकि जिला प्रशासन के द्वारा भी आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही किऊल महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिलाने का कार्य किया जाएगा. जिसके लिए फाइल को भेज दिया गया है. किऊल महोत्सव के मौके पर हर वर्ष शहर के के आरके मैदान से भव्य कलश शोभायात्रा निकाली जाती है.
आयोजन समिति के संरक्षक सह पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार ने बताया कि दो दिवसीय किऊल महोत्सव का आयोजन होगा. दुर्गा मंदिर की भव्य सजावट, फूलों से श्रृंगार, पूजन, हवन आदि अनुष्ठान होंगे. आयोजन समिति द्वारा प्रवचन कार्यक्रम और नारायण भोज का आयोजन होगा. किऊल महोत्सव के आयोजन की तैयारी में दुर्गा वाहिनी के सदस्य जुटे हुए हैं. निर्माण कराया जा रहा है दो दिवसीय इस महोत्सव में बंगाल सहित अन्य जगहों से भी 1001 कुंवारी कन्याएं माथे पर कलश लेकर निकलेंगी और भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. जिसमें विभिन्न जगहों से एक से बढ़कर एक झांकियां भी प्रस्तुत की जाएगी. देर शाम विभिन्न जगहों से आए कलाकारों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.