केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा देश की कन्याओं के विकास और उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. उसी के तहत बिहार में कन्या उत्थान योजना 2023 में शुरू की गई लेकिन अब लगता है जैसे बिहार सरकार की महत्वकांक्षी कन्या उत्थान योजना के तहत डिग्रीधारी छात्राओं के साथ मजाक किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर के एम डी डी एम कॉलेज के छात्राएं विश्वविद्यालय से लेकर कॉलेज तक दौड़-दौड़ तक थक कर हार मान चुकी हैं, लेकिन उन्हें कन्या उत्थान योजना का लाभ नहीं मिल पाया. कन्या उत्थान योजना के लाभ से वंचित छात्राएं अब आक्रोशित होती दिख रही हैं. मुजफ्फरपुर के एम डी डी एम कॉलेज की छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय जाने पर कहा जाता है कि कॉलेज जाओ और जब कॉलेज जाते हैं तो कहा जाता है विश्वविद्यालय जाओ.
इसी दौड़ भाग में लगे हुए हैं और योजना का लाभ नहीं मिला. इसके साथ ही छात्राओं ने कहा कि ग्रेजुएशन की डिग्री मिल गयी है. हायर एजुकेशन के लिए एडमिशन लेना है, पैसे के अभाव में एडमिशन नहीं हो रहा है. छात्राओं ने कहा कन्या उत्थान योजना की राशि पर कॉलेज प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन कुंडली मारकर बैठा हुआ है.
क्या है कन्या उत्थान योजना?
बिहार राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना 2023 में शुरू की गई, जिसके तहत राज्य में रहने वाले गरीब परिवारों की कन्याओं को आर्थिक रूप से शैक्षणिक विकास के लिए सहायता प्रदान की जा रही है. जो भी छात्रा आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें राज्य सरकार उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करेगी. कन्या के उत्थान के लिए राज्य सरकार ग्रेजुएशन तक की शिक्षा के लिए 50000 रुपये की धनराशि छात्राओं को देगी. बता दें कि इस योजना के तहत एक परिवार से 2 कन्याओं को ही इसका लाभ मिलेगा. यदि किसी घर में दो से ज्यादा बेटियां हैं तो उस घर की दो बेटियों को ही कन्या उत्थान योजना का लाभ मिल सकेगा.
वहीं इस योजना को लेकर ही मुजफ्फरपुर में छात्राओं में आक्रोश देखा जा रहा है क्योंकि उन्हें अब तक योजना का लाभ नहीं मिल सका है. लगता है यह योजना महज कागजों में ही सिमट कर रह गई है.
HIGHLIGHTS
- मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना 2023
- छात्राओं को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
- आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को 50000 की सहायता राशि
- एक परिवार की 2 कन्याओं को ही मिलेगा योजना का लाभ
Source : News State Bihar Jharkhand