आरजेडी विधायक किरण देवी पिछले कुछ समय से बिहार की राजनीति में खूब सुर्खियां बटोरती नजर आ रही है. एक बार फिर किरण देवी चर्चा में है. दरअसल, इस बार सीबीआई की कार्रवाई के बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में किरण देवी के यहां छापेमारी की है. बता दें कि कुछ समय पहले किरण देवी के आरा व पटना के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी, इस दौरान कई साक्ष्य जुटाए गए थे. सूत्रों की मानें तो किरण देवी और उनके पति व पूर्व विधायक अरुण यादव लालू परिवार के खास माने जाते हैं. अरुण यादव और किरण देवी को बाहुबली के रूप में भी जाना जाता है और इन पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं.
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आपको बता दें कि बिहार 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान आरजेडी ने किरण देवी को टिकट दिया था और दूसरी तरफ उनके खिलाफ जेडीयू ने किरण देवी के भैसुर और अरुण यादव के बड़े भाई को बिजेंद्र यादव को उनके खिलाफ मैदान में उतारा था. वहीं, चुनाव के समय अरुण यादव नाबालिग के साथ रेप मामले में फरार चल रहे थे. वहीं, बाद में आरा कोर्ट ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया था. इस चुनाव में अपने भैसुर को हराकर किरण देवी की ऐतिहासिक जीत हुई थी.
कौन है किरण देवी?
50 वर्षीय आरजेडी विधायक किरण देवी अकसर विवादों से घिरी रहती हैं. किरण देवी के पास लगभग 80 लाख के जानवर, 450 ग्राम सोना व दो किलो चांदी है. वहीं, इसके साथ ही उनकी कुल संपत्ति 2 करोड़ 95 लाख 31 हजार 250 रुपये बताई जा रही है. यह कमाई उनके पति अरुण यादव के बालू व्यवसाय के बाद की मानी जाती है.
फर्जी लेटर के बाद शिक्षा विभाग ने जारी किया नोटिस
आपको बता दें कि शिक्षकों की टाइमिंग को लेकर जो फर्जी लेटर जारी किया गया था, उसके साथ नंबर व दिनांक सबकुछ डाला गया था. यह पत्र देखकर शायद ही कोई कह सकता था कि यह पत्र फर्जी है. जैसे ही मीडिया में यह पत्र सामने आया, सबने इस खबर को चलाया कि आखिरकार शिक्षकों की टाइमिंग 10-4 कर दी गई है, लेकिन यह खबर केके पाठक तक पहुंच गई. इस फर्जी पत्र को देखकर शिक्षा विभाग भी चौंक गया. इसके बाद तुरंत ऑफिशियल पत्र जारी कर बताया कि शिक्षा विभाग की तरफ से ऐसा आदेश नहीं निकाला गया है.
Source : News State Bihar Jharkhand