कैमूर जिले के मोहनिया में बेरोजगारों के लिए नियोजन मेला का आयोजन किया गया. इस मेले में सैकड़ों की संख्या में बेरोजगारों की भीड़ उमड़ पड़ी. नियोजन मेला में नौकरी के बदले पैसे की बात कही गई. पैसे की बात सुनकर बेरोजगारों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. बेरोजगारों का कहना था कि उन्हें पैसे देने के लिए किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई थी और यहां आने के बाद नौकरी से पहले ट्रेनिंग के नाम पर पैसे का उगाही किया जा रहा है. मोहनिया प्रखंड के अलग-अलग जगहों से पहुंचे बेरोजगारों ने जानकारी देते हुए बताया कि नियोजन मेला का आयोजन मोहनिया में करने की बातें कही गई थी.
जब हम लोग यहां पहुंचे तो पता चला एसआईएस गार्ड और सुपरवाइजर के पद के लिए वैकेंसी निकाला गया है. सैकड़ों की संख्या में हम लोग यहां पहुंचे हैं. उनके द्वारा बताया गया फॉर्म जमा करने के बाद जब एक महीने की ट्रेनिंग होगी, उस दौरान आपको एसआईएस गार्ड के लिए 12 हजार रुपए और सुपरवाइजर के लिए 42 हजार रुपए जमा करना होगा. इतनी राशि हम लोग कहां से लाएंगे. अगर 42 हजार रुपए देना होता तो एक लैपटॉप खरीद कर साइबर कैफे खोल देंगे तो प्रतिदिन 300 से 400 रुपये की कमाई हो जाएगी.
नियोजन मेला के कर्मचारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एसआईएस के तरफ से पूरे बिहार में जॉब कैंप का आयोजन किया गया है. जहां गार्ड और सुपरवाइजर के लिए वैकेंसी निकाला गया है. गार्ड के लिए 12,500 और सुपरवाइजर के लिए 42 हजार रुपए ट्रेनिंग फ्री लिया जा रहा है. जो ट्रेनिंग लेते समय कंपनी को देना होगा, कंपनी उसके बदले रिसिप्ट देगी. किसी के हाथों में या किसी के खाते में पैसे को नहीं भेजना है.
HIGHLIGHTS
- बेरोजगारों के लिए नियोजन मेला का आयोजन
- सैकड़ों की संख्या में उमड़ी बेरोजगारों की भीड़
- बेरोजगारों ने कहा पैसे की हो रही है वसूली
Source : News State Bihar Jharkhand