पटना में शुभ शौर्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.ली. नाम की कंपनी के डायरेक्टर नितिन कुमार ने लालू यादव के भतीजे पर 2 करोड़ की रंगदारी मांगने और फायरिंग करने का आरोप लगाया है. बिल्डर का कहना है कि 11 मार्च को पुलिस के मौजूदगी में सरकारी अमीन से अपने जमीन की नपाई करवा रहे थे. इसके कुछ ही देर बाद वहां पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े भाई स्व. महावीर यादव का बेटा नागेंद्र राय जो अभी बेल पर बहार है वो अपने 20-25 हथियार बंद गुंडों के साथ हथियार लहराते और एयर फायरिंग करते हुए पहुंचा और बिना रंगदारी दिए काम शुरू करने की बात कहते हुए मारपीट शुरू कर दी. इसी क्रम में कई राउंड गोलियां भी चलीं, जिसमें बिल्डर के दो साथी भी गंभीर रूप से घायल हो गए. बिल्डर नितिन कुमार किसी तरह वहां से जान बचा कर भाग निकले और उन्होंने अपने मोबाइल में घटना के कुछ हिस्सों को कैद कर लिया. बिल्डर ने इससे जुड़े कुछ वीडियो भी जारी किया है. बिल्डर ने जो आरोप लगाया है, उस हिसाब से नागेंद्र राय ने बिल्डर को फोन कर इस जमीन पर बहुमंजिला ईमारत बनाने के लिए 2 करोड़ की रंगदारी मांगी थी, जिससे इनकार करने पर उसने इस घटना को अंजाम दिया.
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आपको बता दें कि यह पूरा विवाद पटना के 40 डिसमिल जमीन के एक प्लॉट से जुड़ा हुआ है. जिस जमीन के लिए ये विवाद हुआ उस जमीन की कीमत करीब 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है. ये जमीन दानापुर थाने के तहत सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन जाने वाले रास्ते में पड़ता है.करोड़ों रुपए की इस जमीन पर दो पक्ष अपनी-अपनी जमीन का दावा कर रहे हैं. इस जमीनी विवाद में एक तरफ लालू प्रसाद के भतीजे नागेंद्र राय हैं तो दूसरी तरफ शुभ मौर्य इंफ्रास्ट्रक्चर के डायरेक्टर और बिल्डर नितिन कुमार हैं. इस जमीन से जुड़े विवाद का मामला पहले से ही कोर्ट में है, इसके बाद भी 11 मार्च को दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई, जिसके बाद दोनों पक्ष पुलिस के पास पहुंच गए हैं. फिर दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ दानापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
कोर्ट ने भवन निर्माण पर लगाई रोक
आपको बता दें कि लालू प्रसाद के भतीजे नागेंद्र राय पटना के गोला रोड के निवासी हैं. विवाद के बाद दानापुर थाना में इन्होंने भी FIR दर्ज कराई है. इसके मुताबिक मुबारकपुर निवासी सुभाष चंद्र राय से इस जमीन को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है. बता दें कि इस जमीन पर दोनों पक्षों के बीच धारा 144 की कार्रवाई भी चल रही है. अब कोर्ट ने किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है. बिल्डर का कहना है कि 11 मार्च को जब हम इस जमीन पर पहुंचे तो देखा कि सुभाष समेत 10-15 लोग इसकी घेराबंदी कर रहे हैं और विरोध करने पर जमकर गाली- गलौज हुई. साथ ही 5 लाख की रंगदारी भी मांगी है. फिलहाल इस जमीन पर जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आता, तब तक इस पर कोई निर्माण नहीं किया जा सकता है और इस पर पूरी तरह रोक लगी हुई है.
विवाद पर पुलिस ने कही बड़ी बात
आपको बता दें कि इस पूरे मामले में पटना पुलिस की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि सूचना मिलने के बाद दानापुर थाने के एसएचओ केपी सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर गए. फिर स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो पुलिस ने अपनी जांच में दोनों तरफ से किसी तरह की गाली-गलौज की पुष्टि नहीं की, इसलिए जो वीडियो बिल्डर की तरफ से जारी किया गया है, उस पर पुलिस का कहना है कि इसमें लोहे की चादर पटकने की आवाज सुनाई दे रही है, जो जमीन घेरने के लिए लाई गई थी, उसे जब्त कर लिया गया है.
HIGHLIGHTS
- लालू यादव के भतीजे पर बड़ा आरोप
- पटना के बिल्डर ने लगाया 2 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप
- विवाद को लेकर पुलिस का बड़ा बयान
Source : News State Bihar Jharkhand