राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य की ओर से ट्विटर पर बीजेपी नेता सुशील मोदी पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. इस पर ट्विटर ने उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया है. दरअसल, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने ट्विटर से रोहिणी आचार्य के खिलाफ शिकायत की थी. इस बारे में सुशील मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए इसकी सूचना दी है. सुशील मोदी ने ट्वीट में लालू प्रसाद की दो बेटियों के डॉक्टर होने और तेजस्वी प्रसाद यादव को सरकारी आवास के बजाए पटना में अर्जित मकानों में से किसी एक को कोरोना अस्पताल बनाने की नसीहत देने पर रोहिणी आचार्य ने सुशील मोदी पर हमला बोला था.
रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा था कि यह तो आपकी किस्मत अच्छी थी कि हम वहां पर नहीं थे. रोहिणी ने ट्वीट में सृजन घोटाले की भी चर्चा की और सुशील मोदी को जमकर हमला बोला था. इन मुद्दों को लेकर सुशील मोदी ने ट्वीट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. सुशील मोदी ने पूछा कि मंत्री बनाने के एवज में जो दो मंजिला भवन गिफ्ट किया गया था. उसमें या राबड़ी देवी के पास जो फ्लैट बचे हैं उसमें क्यों आप अस्पताल नहीं खोल लेते हैं.
सुशील मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा कि राजद नेतृत्व में अगर गरीबों की सेवा के लिए तत्परता और गंभीरता होती तो अस्पताल शुरू करने के पहले सरकार से मंजूरी ली जाती और उसके मानकों का पालन भी किया जाता है. बिना डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उपकरण के किसी परिसर में केवल लगा देने से अस्पताल नहीं बन जाता है. इसे उन्होंने केवल नाटक करार दिया था.
बिहारः सुशील मोदी पर भड़कीं लालू की बेटी, बोलीं- लीचर, मुंह ठुर देंगे
आपको बता दें कि सुशील मोदी के ट्वीट का जवाब देते हुए लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट किए. इस दौरान रोहिणी आचार्य भाषा की सारी मर्यादा लांघ गईं. उन्होंने सुशील मोदी को राजस्थानी मेंढक, लीचर और लुच्चा तक कह दिया.
क्या था मामला ?
दरअसल बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव इस कोविड सेंटर के जरिए राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए. उन्होंने अपने सरकारी आवास में कोविड केयर सेंटर खोल कर सरकार को उसका उपयोग करने की बात की कही. तो वहीं सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'तेजस्वी प्रसाद यादव को सरकारी आवास के बजाय अवैध तरीके से पटना में अर्जित दर्जनों मकानों में से किसी को कोविड अस्पताल बनाना चाहिए था, जहां गरीबों का मुफ्त में इलाज होता.
Source : News Nation Bureau