आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के साले अनिरुद्ध प्रसाद यादव उर्फ साधु यादव से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. साधु यादव को 23 साल पुराने एक केस में बेऊर जेल भेजा गया है. यह फैसला एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनाया गया. कोर्ट ने सजा सुनाते हुए उन्हें बेऊर जेल भेज दिया है. गुरुवार को साधु यादव ने कोर्ट में आत्मसर्मपण कर दिया. बता दें कि पहले उन्हें इस मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई थी. जिसके बाद उन्हें 2022 में मामले में बेल भी दे दी गई थी. आपको बता दें कि साधु यादव के खिलाफ 2001 में परिवहन कार्यालय में अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगा था.
2001 का है मामला
दरअसल, विश्वेश्वरैया भवन में तत्कालीन परिवहन आयुक्त नरेंद्र कुमार सिन्हा बैठक ले रहे थे. इस दौरान 27 जनवरी, 2001 को साधु यादव अपने कुछ लोगों से घूस गया और अधिकारियों के साथ रंगदारी और दुर्व्यवहार करने लगा. जिसके खिलाफ नरेंद्र कुमार सिन्हा ने केस दर्ज कराया था. इस मामले में 2022 को सुनवाई करते हुए एमपी-एमएलए कोर्ट ने साधु यादव को तीन साल की सजा सुनाई थी.
वहीं, मामले में बेल मिलने के बाद साधु यादव ने अदालत के इस फैसले को चुनौती दी थी. जिसे 2023 में एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई करते हुए न्यायाधीश विनय प्रकाश तिवारी ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था. इस फैसलो को चुनौती देते हुए साधु यादव ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. याचिका दायर करने के साथ ही साधु यादव ने यह भी अनुरोध किया था कि निचली अदालत से मिली जमानत को जारी रखा जाए. याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने उन्हें आत्मसमर्पण के लिए कहा था.
साधु यादव का राजनीतक सफर
बिहार में लालू-राबड़ी के 15 साल के शासनकाल में साधु यादव एक दबंग नेता के तौर पर उभर कर सामने आए. साधु यादव 2000-2004 तक गोपालगंज से विधायक भी रह चुके हैं, लेकिन जैसे ही बिहार से लालू-राबड़ी का राज गया, साधु यादव की राजनीतिक करियर पर जैसे विराम लग गया. सत्ता से हटते ही लालू-राबड़ी का रिश्ता साधु यादव से बिगड़ गया. दरअसल, 2009 में लालू यादव ने गोपालगंज सीट लोक जनशक्ति पार्टी को दे दी थी. जिससे साधु यादव नाराज हो गए और फिर उनका रिश्ता लालू परिवार से खराब होता चला गया. दरअसल, साधु यादव के खिलाफ कई आपराधिक मामले कोर्ट में लंबित है.
HIGHLIGHTS
- लालू यादव के साले को मिली सजा
- 23 साल पुराने केस में फैसला
- कभी बिहार के दबंग नेता के रूप में थी पहचान
Source : News State Bihar Jharkhand