बिहार विधान परिषद की 9 सीटों के लिए 6 जुलाई को होने वाले चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को बड़ा झटका लगा है. राजद के 5 एमएलसी ने आज पार्टी को छोड़ दिया है. एमएलसी रणविजय सिंह, दिलीप राय, कमर आलम, संजय प्रसाद और राधा चरण सेठ ने राजद से नाता तोड़ दिया है. अब आरजेडी के इन 5 विधान पार्षदों ने सत्ताधारी जनता दल युनाइटेड (JDU) का दामन थाम लिया है.
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राष्ट्रीय जनता दल से बगावत कर जदयू में आए सभी 5 विधान पार्षदों को विधान परिषद से भी स्वीकृति मिल गई है. इस संबंध में जेडीयू सचेतक रीना यादव ने सभापति को पत्र दिया. जिसके बाद विधान परिषद के सभापति ने इसकी मान्यता दे दी है.
बता दें कि बिहार विधान परिषद की 17 खाली सीटों में से 9 सीटों पर 6 जुलाई को मतदान होना है. विधान परिषद चुनाव के लिए 18 जून से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जबकि 25 जून नामांकन की आखिरी तारीख होगी. मोहम्मद हारून रशीद, अशोक चौधरी, कृष्ण कुमार सिंह, प्रशांत कुमार शाही, संजय प्रकाश, सतीश कुमार, राधा मोहन शर्मा, सोनेलाल मेहता और हीरा प्रसाद विंद की सदस्यता पिछले महीने समाप्त होने के बाद इन 9 सीटों पर चुनाव होना है.
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उल्लेखनीय है कि विधान परिषद के चुनाव में विधानसभा के सदस्य हिस्सा लेते हैं. 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में मौजूदा समीकरण के हिसाब से विधान परिषद की एक सीट के लिए 25 विधायकों की जरूरत पड़ेगी. एनडीए की संख्या बल के हिसाब से बिहार विधानसभा में जेडीयू के 70, बीजेपी के 54 और एलजेपी के दो एमएलए हैं, जबकि विपक्षी दलों में आरजेडी के 79 और कांग्रेस के 26 एमएलए हैं. लिहाजा विधान परिषद में मौजूदा संख्या बल के हिसाब से जदयू को 3 और बीजेपी को 2 विधान परिषद की सीटें मिलनी तय हैं, जबकि राजद को 3 और कांग्रेस को एक सीट मिलने की संभावना है.
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