मंगलवार को गौ तस्करों के द्वारा समस्तीपुर जिले में पुलिस वाले पर गोलियां चलाई गई, जिसमें थानाध्यक्ष की मौत हो गई. शहीद जवान का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. शहीद थाना अध्यक्ष का शव देर रात 1 बजे अररिया के ओम नगर के आवास पर पहुंचा. इसके बाद सुबह 6:00 बजे अररिया ओम नगर से उनके गांव दीघली गांव ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार किया गया. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर माटी के लाल को खोने पर पलासी के दीघली गांव में गम और गुस्से का माहौल है. सभी लोग उन्हें याद कर रहे हैं. नन्द किशोर यादव चार भाईयों में सबसे छोटे थे. 2009 बैच में अवर निरीक्षक पद पर बिहार पुलिस में इनकी नियुक्ति हुई थी. इनकी शादी जोकीहाट थाना क्षेत्र के बहारबाड़ी गांव में हुई थी. नंदकिशोर यादव अपने पीछे पत्नी सहित दो बच्चे छोड़ गए हैं. जिनका रो-रोकर बुरा हाल है.
पशु तस्करों ने पुलिसकर्मियों पर की फायरिंग
आपको बता दें कि पशु तस्करी की सूचना पर रेड करने पहुंचे मोहनपुर ओपी थानाध्यक्ष नंदकिशोर यादव की गोली मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी. घटना उजियारपुर थाना क्षेत्र के शहबाजपुर गांव के पास की है. हाल ही में उनके द्वारा नालंदा जिले से चोरी के पशु के साथ तीन तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया था. इस बीच उन्हें सोमवार को पशु तस्करों के इकट्ठा होने की सूचना मिली थी. उन्होंने एक तस्कर के साथ मवेशी लदे ट्रक और पिकअप को जप्त भी कर लिया था. गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों के द्वारा थानाध्यक्ष पर फायरिंग कर दी गई. जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए. इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने पर पटना के आईजीएमएस में भर्ती कराया गया. वहीं, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
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क्या है पूरा मामला?
- समस्तीपुर के शहबाजपुर में पुलिस ने सोमवार रात को रेड की
- पुलिस ने मवेशी लदे ट्रक और पिकअप को किया जब्त
- पशु तस्करों ने पुलिसकर्मियों पर की फायरिंग
- पशु तस्करों ने थानाध्यक्ष नंदकिशोर को मारी गोली
- थानाध्यक्ष को अनुमंडल अस्पताल में कराया गया भर्ती
- पटना के आईजीएमएस अस्पताल किया गया रेफर
- इलाज के दौरान थानाध्यक्ष की हुई मौत
कौन थे शहीद नंदकिशोर यादव?
- अररिया के दीघली गांव का रहने वाले वाले थे नंदकिशोर
- चार भाइयों में सबसे छोटे थे नंदकिशोर यादव
- 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे नंदकिशोर यादव
- जोकीहाट थाने के बहारबाड़ी गांव में हुई थी शादी
थानाध्यक्ष की हत्या पर सियासत
थानाध्यक्ष की हत्या के बाद BJP बिहार सरकार पर निशाना साध रही है और कह रही है कि जब पुलिस वाले ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या होगा. वहीं,
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बड़ा दुखद और चिंता जनक है, मुख्यमंत्री का ध्यान इन सब चीजों पर है कि नियंत्रण कैसे किया जाए, लेकिन BJP बार-बार जंगल राज की बात करती है, जब वो सत्ता में रहती है तो जंगलराज की बात नहीं करती है. बिहार में 17 साल से ये लोग सत्ता में रहे हैं और जब तक ये लोग सत्ता में रहे हैं तब तक आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं.
HIGHLIGHTS
- अररिया के दीघली गांव का रहने वाले वाले थे नंदकिशोर
- चार भाइयों में सबसे छोटे थे नंदकिशोर यादव
- 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे नंदकिशोर यादव
Source : News State Bihar Jharkhand