बिहार में बीते 24 घंटे के भीतर वज्रपात से अभी 20 लोगों की मौत हो गई है, आंधी-बारिश के बीच आसमानी आफत कहर बनकर टूट रही है. बिजली गिरने सबसे ज्यादा कैमूर जिले में 7 लोगों की मौत हुई. पटना और भोजपुर जिले में भी मंगलवार को 4-4 लोगों का मौत हुई. जहानाबाद, रोहतास, औरंगाबाद, सीवान और अरवल जिले में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं. कैमूर जिले में मंगलवार को बरपा आकाशीय बिजली का कहर. ठनका की चपेट में आने से जिले में कुल 7 लोगों की मौत हो गई.
चांद थाना इलाके के मोहनपुर गांव में दो बहनों पर ठनका गिरा जिससे उनकी मौत हो गई, जहां एक बहन की उम्र 17 साल थी और एक की महज 8 साल. गोई गांव में धान की रोपनी कर रही 20 महिलाओं पर आकाशी बिजली गिरी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और अन्य महिलाएं घायल हो गई.
पटना के मनेर में खेत पर काम कर रहे दो लोगों की ठनका गिरा जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. सिंघाड़ा पंचायत के बाजितपुर गांव में भी एक महिला की इसी तरह मौत हो गई.
बिक्रम के रानीतालाब थाना इलाके में स्थित डोरापुर गांव में खेत में ही काम कर रहे एक युवक की भी वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई.
भोजपुर जिले में संदेश स्थित सोन नदी में कल शाम को सोन नदी में नहाने गए एक युवक पर ठनका गिरने से मौत हो गई. युवक की नदी में ही मौत हो गई. जब मृतक का शव नदी में तैरते हुए मिला, तब उसे बाहर निकाला गया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात की वजह से मरने वालों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है और मृतकों के परिजन के लिए जल्द मुआवजा राशि जारी करने के निर्देश दिए.
साथ ही लोगों से खराब मौसम में सावधानी से रहने की अपील की. सीएम नीतीश कुमार ने कहा वज्रपात के दौरान लोग पक्के मकानों की शरण में जाए और पेड़ या बिजली के खंभे के नीचे न खड़े हो.
Source : News Nation Bureau