बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. बिहार में शराब की खरीद बिक्री नहीं की जा सकती. सरकार ने ठेके बंद कर दिए हैं, लेकिन तस्करों की चांदी है. आये दिन पुलिस और उत्पाद विभाग तस्करों को अवैध शराब के साथ पकड़ती रहती है. राज्य में प्रतिदन औसतन एक करोड़ के अवैध शराब बरामद किए जाते हैं, लेकिन तस्करों के मन में कोई डर नहीं है. छपरा में उत्पाद विभाग की टीम ने शराब तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. तस्कर की पहचान सिवान के नौतन बाजार निवासी देवेश के रूप में हुई है. आरोपी देवेश सिंह कार में शराब की 22 पेटी लेकर मुजफ्फरपुर जा रहा था, लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए तस्कर को धर दबोचा. वहीं, तस्कर ने उत्पाद टीम के वाहन में टक्कर मारकर भी भागने का प्रयास किया. बरामद किए गए शराब की कीम 2 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है. तस्कर के पास से बरामद शराब यूपी की बताई जा रही है.
वहीं, दूसरी तरफ दानापुर के फुलवारी शरीफ में भी दो शराब तस्करों को पुलिस ने 25 कार्टन अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया है. तस्कर ट्रक से शराब लेकर जा रहे थे. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दोनों तस्करों को गिरफ्तार किया है. हालांकि पुलिस अभी तक तस्करों के सरगना को नहीं गिरफ्तार कर पाई है.
वहीं, सुपौल में भी भारी मात्रा में नेपाल निर्मित देसी शराब बरामद की गई है. देशी शराब की खेप के साथ शराब तस्कर को पुलिस ने निर्मली थाने के निर्मल बाबा मंदिर के पास बने लोहा पुल के पास से गिरफ्तार किया है.
वहीं, बांका में भी पुलिस ने भारी मात्रा में देशी और वीदेशी शराब जप्त किया है. जप्त की गई लाखों रुपए की शाराब आज समाहर्ता बांका के आदेश पर 600 लीटर देशी शराब और 1728 लीटर विदेशी शराब को नष्ट किया है. शराब नष्ट करने के समय अधीक्षक मद्य निषेध, पुलिस उपाधीक्षक, अंचलाधिकारी, बांका और अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे.
कुल मिलाकर जिस तरह से तस्करों के पास से शराब बरामद हो रहे हैं और लगातार कार्रवाई के बावजूद तस्करों की कमर नहीं टूट रही है. तो इससे तो यही लग रहा है कि ड्राइ स्टेट बिहार के शराब तस्करों में कानून का कोई भय नहीं रह गया है.
Source : News Nation Bureau