वैशाली में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है. दरअसल, एक बेकाबू ट्रक ने कई लोगों को रौंद दिया. ट्रक ने एक पीपल के पेड़ में टक्कर मार दी जहां लोग पेड़ के नीचे पूजा कर रहे थे. जिसमें कई बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि ट्रक ड्राइवर शराब के नशे में था जिस कारण ये हादसा हुआ है. इस मामले को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. सरकार पर लगातार हमला किया जा रहा है. शरबबंदी कानून पर भी सवाल उठाए जा रहें हैं.
हादसे के लिए बिहार सरकार है जिम्मेदार
इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि वैशाली में हुए दर्दनाक हादसे का जितना जिम्मेदार चालक है. उतना ही जिम्मेदार सरकार है. सरकार के शिथिल रवैए के कारण बिहार में शराबबंदी पूर्णतः विफल है. सरकार के मुखिया का सीधा जनता से संवाद ना होने की वजह से इसके नकारत्मक प्रभाव पड़ रहे हैं. 2024 और 2025 में बिहार की जनता ऐसी सरकार के खिलाफ फैसला जरूर लेगी.
जीतन राम मांझी ने कई गंभीर सवाल किए खड़े
वहीं, दूसरी तरफ बिहार के पूर्व मुख्य्मंत्री जीतन राम मांझी ने वैशाली में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि चालक कैसे शराब के नशे में ट्रक चला रहा था ? इसकी जांच होनी चाहिए, शराब के नशे में ट्रक चलाते हुए कई थाने होते हुए एक ट्रक चालक कैसे गुजारा इसकी भी जांच होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने मुआवजे का किया ऐलान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट करते हुए इस घटना में मृतकों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि "वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रक द्वारा बच्चों सहित कई लोगों को कुचलने की घटना से मर्माहत हूं. मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है तथा उन्हें 5-5 लाख रू० अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा. घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है. "
रिपोर्टर - विकास कुमार ओझा
HIGHLIGHTS
. बिहार में शराबबंदी है फेल
. शराब के नशे में था चालक
. मुआवजे का हुआ ऐलान
Source : News State Bihar Jharkhand