Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासी पारा गरम है. इसी बीच पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव इन दिनों राजनीतिक गलियारों में खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. इस बार उन्होंने पूर्णिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा है. जिसके चलते इस सीट पर अंत तक उथल-पुथल मची रही. बता दें कि चुनाव के आखिरी दिन तक पप्पू कांग्रेस के समर्थन का दावा करते रहे, अब कांग्रेस ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है. वहीं, पप्पू यादव को लेकर कांग्रेस की ओर से चौंकाने वाली प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस ने बुधवार को आधिकारिक तौर पर साफ कर दिया है कि पप्पू यादव ने कांग्रेस और अपनी पार्टी की सदस्यता का विलय नहीं किया है.
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'पटना में सदस्यता पर्ची भी नहीं ली' - कांग्रेस
आपको बता दें कि पूर्णिया से चुनाव लड़ने वाले पप्पू यादव को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आधिकारिक जवाब दिया. पूर्णिया सीट महागठबंधन में राजद के खाते में गयी थी. बता दें कि आलोक शर्मा ने कहा कि, ''मुझे नहीं लगता कि पप्पू ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय किया है. उन्होंने पटना में सदस्यता पर्ची भी नहीं ली, जो बिहार से पार्टी में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को लेनी पड़ती है.'' बता दें कि एआईसीसी के बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश और मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पप्पू यादव का पार्टी में स्वागत किया और उनकी जन अधिकार पार्टी के विलय की घोषणा की.
'बहुत से लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्नैक्स लेने आते हैं' - कांग्रेस
वहीं आपको बता दें कि शर्मा ने आगे कहा कि, ''बहुत से लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्नैक्स लेने आते हैं. मैं जो कहना चाह रहा हूं वह यह है कि प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी.'' बता दें कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने यादव से अपना नामांकन पत्र वापस लेने को कहा था. उन्होंने स्पष्ट किया था कि पार्टी अपने सदस्यों को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देती है. हालांकि यह भी कयास लगाया जा रहा था कि कांग्रेस पप्पू के लिए कोई रास्ता निकाल सकती है. पप्पू यादव आखिरी सांस तक खुद को कांग्रेस, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का सिपाही बताते हैं. माना जा रहा है कि ताकतवर सहयोगी राजद के दबाव के कारण उन्हें कांग्रेस का टिकट नहीं दिया गया.
RJD के हस्तक्षेप पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
इसके साथ ही आपको बता दें कि आगे 'राजद के हस्तक्षेप को लेकर कांग्रेस नेता से सवाल पूछा गया तो शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि, ''राजद की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है. हर जगह की तरह, कांग्रेस ने बिहार में अपने उम्मीदवारों को चुना. हमारा गठबंधन बिहार में 30 से अधिक सीटें जीतेगा और कांग्रेस की संख्या लगभग छह से सात होनी चाहिए. बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से महागठबंधन में राजद 23 पर चुनाव लड़ रही है, उसके बाद कांग्रेस (नौ), सीपीआई (एमएल) और विकासशील इंसान पार्टी (तीन-तीन) और सीपीआई और सीपीआई (एम) एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही है.''
HIGHLIGHTS
- पूर्णिया सीट महागठबंधन में राजद के खाते में चली गई
- बहुत से लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्नैक्स लेने आते हैं- कांग्रेस
- RJD पर भी दिया रिएक्शन
Source : News State Bihar Jharkhand