देश में प्याज ने लोगों को रुला रखा है. प्याज की कीमत में बेतहाशा वृद्धि से जैसे लगता है कि 'महंगाई डायन मारे जात है' बिल्कुल सच प्रतीत हो रहा है. प्याज का दाम कई जगहों पर बढ़कर 100 रुपये प्रति किलो से भी ऊपर पहुंच चुके हैं. बिहार की राजधानी पटना में प्याज की खुदरा कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. हालांकि राज्य में कई जगहों पर सरकार की ओर से सस्ती दरों पर प्याज बेची जा रही है. लोगों में सस्ती प्याज खरीदने की होश मच गई. जिससे खरीदने वालों की सड़कों पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं.
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बिहार की जनता को सबसे कम कीमत पर प्याज मिल रही है. बिहार राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (बिस्कोमान) की ओर से प्याज की बिक्री के लिए काउंटर लगाए जा रहे हैं, जहां 35 रुपये प्रति किलो तक प्याज बेचा जा रहा है. बिस्कोमान ने राजधानी पटना में प्याज की बिक्री के लिए काउंटर लगाए, जहां सस्ती दरों पर प्याज खरीदने के लिए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं. आरा में भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला. लोग सड़कों पर लाइनें लगाकर प्याज खरीदते दिखे.
गौरतलब है कि देश के प्रमुख शहरों में प्याज के दाम अभी भी ऊंचे बने हुए हैं. देश के चार मेट्रो शहरों में से राष्ट्रीय राजधानी में इसकी कीमत 76 रुपये किलो, मुंबई में 92 रुपये किलो, कोलकाता में 100 रुपये किलो और चेन्नई में 80 रुपये किलो रही. प्याज की आसमान छूती कीमतों के बीच व्यापारियों के लिए प्याज के भंडारण पर लगी सीमा को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया है. फिलहाल खुदरा बाजार में प्याज 80-90 रुपये किलो चल रहा है.
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मौजूदा समय में खुदरा व्यापारी 100 क्विंटल तक प्याज का और थोक व्यापारी 500 क्विंटल तक का भंडारण (स्टाक) कर सकता है. केंद्र सरकार ने इसी सीमा को अगले आदेश तक बढ़ा दिया है. इससे पहले सरकार ने सितंबर महीने में जमाखोरी को रोकने के लिए प्याज के भंडारण की सीमा निर्धारित की थी.
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