लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज विवाद के बाद वहां 80 प्रतिशत केवल मुस्लिम कर्मचारियों के भर्ती होने की खबर वायरल होने के बाद लोगों के मन में अब सवाल उठ रहा है कि इस मॉल के मालिक कौन है. साल 2013 में भारत में पहला मॉल खोलने वाले यूसुफ ने देश के सबसे बड़े मॉल में से एक लुलु मॉल का उद्घाटन लखनऊ में 2 हजार करोड़ रुपए में किया गया था. एमए यूसुफ अली नामक प्रसिद्ध बिजनेसमैन ने इस मॉल का उद्घाटन किया था. यूसुफ हजारों करोड़ों रुपए के कारोबारी है.
वर्ष 1955 में केरल के त्रिशूर जिले के नाट्टिका गांव में जन्में यूसुफ ने शुरुआती पढ़ाई-लिखाई त्रिशूर के करनचीरा गांव स्थित सेंट जेवियर हाई स्कूल से की थी. 16 साल की उम्र में युसूफ ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा किया. 1973 में पानी के जहाज से 14 दिनों की लंबी यात्रा कर खाड़ी देश UAE की राजधानी अबू धाबी चले गए. वर्ष 1989 में 34 साल की उम्र में अबू धाबी में अपना पहला डिपार्टमेंटल स्टोर खोला. इसके बाद उन्हें उम्मीद से ज्यादा कामयाबी मिली. वर्ष 1995 में उन्होंने पहला लुलु सुपरमार्केट अबू धाबी में और पहला लुलु हाइपरमार्केट दुबई में खोला. बाद में खाड़ी देशों में कई और सुपरमार्केट और हाइपरमार्केट खोले.
खाड़ी युद्ध के दौरान UAE के शेख परिवारों के आए करीब
1990 के खाड़ी युद्ध के दौरान जब वहां के लोग देश छोड़कर जा रहे थे तब उन्होंने हाइपरमार्केट खोलने का फैसला लिया. एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार इसके बाद यूसुफ अली से शेख जायद ने पूछा 'जब हर कोई देश छोड़ रहा है, तो तुम्हारे अंदर एनर्जी कैसे है'. इसके बाद अली ने कहा 'मैंने उनसे कहा था कि हम यहां टिकने के लिए हैं और मैंने अपना व्यापार करने का तरीका अबू धाबी में सीखा है इसलिए समस्याओं से भागना हमें मंजूर नहीं है'. इस बातचीत के बाद शेख जायद अली से प्रभावित हुए और उसके बाद यूसुफ अली धीरे-धीरे UAE की रॉयल फैमिली का भरोसा जीतने में सफल रहे. साल 2019 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UAE के दौरे पर गए तब अली रॉयल फैमिली के साथ बैठे थे.
लुलु शब्द का मतलब और इसके अन्य व्यापार
वर्ष 2000 में यूसुफ अली ने लुलु ग्रुप इंटरनेशनल की स्थापना की थी. दरअसल, लुलु शब्द का मतलब अरबी भाषा में मोती होता है. उसके बाद यह एक मल्टीनेशनल कंपनी बनी. जो दुनिया के कई देशों में हाइपरमार्केट्स और रिटेल कंपनियों की चेन चलाती है. इसके अलावा यह हाइपरमार्केट, शॉपिंग मॉल, मैन्युफैक्चरिंग गुड्स ट्रेडिंग, हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट के बिजनेस में भी उतर चुकी है. इसका हेडक्वॉर्टर अबू धाबी में है. इनके पास एशिया सहित खाड़ी देशों की सबसे बड़ी रिटेल चेन है. इसके खाड़ी देशों में कुल 13 शॉपिंग मॉल हैं.
भारत में लुलु ग्रुप ने अपना पहला कदम 2013 में रखा. उस समय कोच्चि में पहला मॉल खोला गया था. इसके बाद तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरु में दो और मॉल खोले गए. वहीं, हाल ही में लखनऊ में देश का चौथा लुलु मॉल खोला गया. इसके अलावा देश में इनके कई साइबर टावर, फैशन सेंटर और मैरिएट होटल भी है.
देश में बड़ा निवेशक बन रहा लुलु ग्रुप
लुलु ग्रुप 'लुलु इंडिया प्रोजेक्ट' के तहत भारत में करीब 14 हजार करोड़ रुपए निवेश की योजना बना रहा है. इसी योजना के तहत 10 जुलाई को लखनऊ में लुलु मॉल का उद्घाटन हुआ. वहीं आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में 2500 करोड़ रुपए और निवेश करने की योजना है. इसके तहत वाराणसी और प्रयागराज में मॉल और ग्रेटर नोएडा में फूड प्रोसेसिंग हब खोलने की योजना है. यूपी के अलावा ग्रुप की केरल में तीन नए प्रोजेक्ट्स लाने की योजना है. इस साल मार्च में ग्रुप ने तमिलनाडु सरकार के साथ निवेश के लिए राज्य में 3500 करोड़ रुपए और गुजरात में मॉल खोलने के लिए 2 हजार करोड़ रुपए निवेश के लिए करार किया था.
Source : News Nation Bureau