बिहार के मधुबनी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करना एक शिक्षक को महंगा पड़ गया. इसके साथ ही पुलिस ने महिसाम गांव स्थित नव प्राथमिक विद्यालय महिसाम मुसहरी के शिक्षक किशोर कुमार झा को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. इनके खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के पुलिस निरीक्षक सत्येन्द्र राम ने मधेपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसमें उन्होंने कहा कि, झंझारपुर थाना क्षेत्र के मोहना गांव निवासी किशोर कुमार झा एनपीएस महिसाम मुसहरी में पंचायत शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं.
आपको बता दें कि नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक और प्रशिक्षण प्रमाणपत्रों की जांच के लिए उनका बेसिक टीचर एजुकेशन प्रोग्राम का प्रमाणपत्र नवभारत शिक्षा परिषद ओडिशा का होना चाहिए, लेकिन नवभारत शिक्षा परिषद ओडिशा को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा फर्जी संस्थान घोषित किया गया है. इतना ही नहीं, नियोजित शिक्षक किशोर कुमार झा द्वारा फर्जी विश्वविद्यालय से बेसिक शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम की डिग्री प्राप्त कर, अन्य अज्ञात लोगों के सहयोग से, फर्जी तरीके से बेसिक शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम का अंक पत्र तैयार कर, फर्जी अंक पत्र को वास्तविक रूप में उपयोग कर, धोखाधड़ी एवं आपराधिक साजिश रचकर अवैध नियोजन का लाभ लिया गया है, जिसके चलते उनके खिलाफ विभिन्न सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी. थानाध्यक्ष हरि किशोर यादव ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को स्कूल से गिरफ्तार कर लिया है, आगे अनुसंधान कार्य जारी है.
HIGHLIGHTS
- फर्जी प्रमाणपत्र पर कर रहा था नौकरी
- इतने टाइम से चल रहा था ये फर्जीवाड़ा
- पुलिस ने किया गिरफ्तार
Source : News State Bihar Jharkhand