बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब सभी पार्टियां अपना पूरा जोर लगा रही हैं. इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेतृत्व वाले महागठबंधन ने बिहार में सरकार को बदलने का संकल्प लेते हुए शनिवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. इसमें तेजस्वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन ने सरकार बनने पर पहले कैबिनेट फैसले में 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया. साथ ही पहले विधानसभा सत्र में नए कृषि से जुड़े कानूनों भी वापस लेने का वादा किया गया है. इसके अलावा पलायन रोकने, शिक्षकों को समान कार्य के लिये समान वेतन देने, उद्योगों को बढ़ावा देने सहित विभिन्न वादे किए गए हैं.
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बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल व वाम दलों के प्रमुख नेताओं ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में महागठबंधन का संकल्प पत्र 'बदलाव के संकल्प' को जारी किया. इस अवसर पर राजद नेता और मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सत्ता में आने के बाद 10 लाख लोगों को रोजगार देने का संकल्प दोहराया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण विषय बेरोजगारी है. हमारी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में युवाओं को 10 लाख रोजगार देने पर मुहर लगेगी.
तेजस्वी यादव ने कहा कि लाखों लोगों का रोजगार छिन गया है और कारोबारियों का व्यवसाय ठप पड़ गया है, ऐसे में हमने यह संकल्प किया है. तेजस्वी ने वादा किया कि सत्ता में आने के बाद नौकरी के लिए भरे जाने वाले आवेदनों में फीस माफ किया जाएगा और परीक्षा केंद्र जाने के लिए किराया भी माफ किया जाएगा. तेजस्वी ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की याद दिलाई. राजद नेता ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है और नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षों से राज्य में शासन कर रहे हैं लेकिन इसे विशेष दर्जा नहीं दिया गया.
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तेजस्वी यादव ने दावा किया कि पिछली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी चीनी मिल को लेकर कुछ वादे किये थे लेकिन वे पूरे नहीं हुए. उन्होंने कहा कि लीची, गन्ना सहित अन्य उत्पादों के लिये कोई प्रसंस्करण इकाई नहीं है. हमारा ध्यान इन सभी पर रहेगा. तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग कुर्सी पाने की होड़ में लगे हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सृजन घोटाले सहित कई घोटाले इसी शासनकाल में हुए हैं. राजद नेता ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के साथ ही कानून व्यवस्था स्थिति गंभीर है.
इस मौके पर कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी तीन गठबंधनों में चुनाव लड़ रही है, एक गठबंधन है जेडीयू और बीजेपी का जो आपको नज़र आता है, एक गठबंधन है बीजेपी और एलजेपी का जो आप समझते हैं और एक गठबंधन है बीजेपी और ओवैसी साहब का. तीन ठगबंधन के साथ बीजेपी इस बिहार के चुनाव में उतरी है.' उन्होंने कहा, 'ये चुनाव नई दशा बनाम दुर्दशा का चुनाव है, ये चुनाव नया रास्ता और नया आसमान बनाम हिन्दू-मुसलमान का चुनाव है, ये चुनाव नए तेज बनाम फ़ेल तजुर्बे की दुहाई का चुनाव है, ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है.'
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सुरजेवाला ने हाल में बने तीन कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा हरित क्रांति को विफल बनाना चाहती है. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर राज्य में महागठबंधन की सरकार बनी तब पहले विधानसभा सत्र में तीनों कानून को खत्म करने के लिए कदम उठाया जाएगा.