महागठबंधन की एकता में हो रहे बिखराव को लेकर राजनीतिक बहसबाजी शुरू हो गई है. इतना ही नहीं, अब लोग महागठबंधन के भविष्य को लेकर खुलकर बोल रहे हैं. बता दें कि आज बिहार की राजनीति उस वक्त गरमा गई, जब जीतन राम मांझी के पुत्र और हम पार्टी के अध्यक्ष के साथ-साथ बिहार में मंत्री के पद से इस्तीफा देने पर महागठबंधन विपक्ष के निशाने पर आ गई है. देश के दिग्गज भाजपा नेता ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दो-तीन महीनों में महागठबंधन पूरी तरह से बिखर जाएगा क्योंकि महागठबंधन में शामिल दलों को यह लगने लगा है कि 2024 और 25 में उनका भविष्य अंधकार में है. इतना ही नहीं राकेश सिन्हा ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि इस महागठबंधन में कई ऐसे नेता हैं, जो मुख्यमंत्री की रेस में है. जो मेढक की तरह एक दूसरे का टांग खींच रहे हैं.
महागठबंधन पर राजनीतिक बहसबाजी शुरू
महागठबंधन में कई गांठे हैं, जो सुलझने की जगह उलझ रही है. यह महागठबंधन अगर आगे आता है, तो इसने विनाश की सूचना दे दी है. उन्होंने कहा कि एक तरफ लालू प्रसाद जहां तेजस्वी को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो नीतीश कुमार उसे पीछे रखना चाहते हैं. वहीं, मांझी जी उसमें अपना हस्तक्षेप चाहते हैं. राकेश सिन्हा ने इस अवसर पर राहुल गांधी को मुसोलिनी के फासीवाद से प्रभावित बताया. बता दें कि बेगूसराय में आज भारतीय जनता पार्टी की ओर से वरिष्ठ कार्यकर्ता सह टिफिन पर बैठक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पूर्व जिला अध्यक्ष के आवास पर आयोजित इस बैठक में राज्यसभा सांसद के अलावा बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे.
राकेश सिन्हा ने गिनाए भाजपा की उपलब्धियां
इस मौके पर राकेश सिन्हा ने जहां भाजपा के 9 वर्ष पूरे होने पर उनकी उपलब्धियों से अवगत कराया. वहीं, विपक्षियों पर भी जमकर हमला बोला. इस मौके पर एक सवाल के जवाब में राकेश सिन्हा ने कहा कि विपक्ष एक भी नाम बता दें, जहां ईडी और सीबीआई गया हो. वहां अरबों में संपत्ति ना मिला हो. राकेश सिन्हा ने बंगाल का जिक्र करते हुए कहा कि हम लक्ष्मी की पूजा करने वाले लोग हैं, लेकिन जो धन काला धन हो, वो लक्ष्मी नहीं रह जाती है. बंगाल में पैसा जमीन पर बिखरा पड़ा था. यह ईडी का दुरुपयोग है या सदुपयोग है.
काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता जागरूक
विपक्ष जितना काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ तिलमिला रही है, जनता उतना ही जागरूक हो रही है. राकेश सिन्हा ने कहा कि ईडी और सीआईडी एक स्वायत्त संस्थाएं हैं, जो लगातार काले धन के खिलाफ काम कर रही है. सरकार कोई भी हो, काले धन पर नियंत्रण करना, इस देश के विकास के लिए आम लोगों के लिए आवश्यक ही नहीं अनिवार्य है.
HIGHLIGHTS
- महागठबंधन में CM के कई दावेदार
- सब मेंढक की तरह खींच रहे हैं टांग
- तीन महीने मे ख़त्म हो जायेगा गठबंधन
Source : News State Bihar Jharkhand