प्रवासी मजदूरों (Migrant Worker) के लिए इस समय हर तरफ से आफत ही आफत है. पूरे देश में बंदी की वजह से हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घर की ओर पलायन करने लगे हैं. लॉकडाउन में ट्रकों की अपनी सवारी बना लोग हजारों रुपये खर्च कर घर लौटना चाहते हैं. मगर हफ्ते-हफ्ते भर का सफर करने के बाद भी वह अपने घरों को नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसा ही हाल बिहार की राजधानी पटना (Patna) में फंसे इन 54 मजदूरों का है, जो लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं. सैकड़ों-हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं, फिर भी अपने घर नहीं पहुंच पाए हैं.
यह भी पढ़ें: प्रवासी विचलित न हों और धैर्य रखें, सभी को लाया जाएगा बिहार : नीतीश कुमार
भूखे-प्यारे और दुखी यह मजदूर भगवान से सिर्फ एक ही दुआ मांग रहे हैं, होंगे कि जल्द से जल्द वह घर पहुंच जाएं ताकि अपनों के बीच में जाकर राहत मिल सके. एक ट्रक ड्राइवर ने बताया कि हम मुंबई से आ रहे हैं और हमें किशनगंज जाना है. हम वहां से 12 तारीख को चले थे और अभी भी हम पटना में ही है. ट्रक ड्राइवर ने कहा कि हमें बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. सरकार के तरफ से हमें कोई मदद नहीं मिला है. उसने कहा कि हम ट्रक से आ रहे हैं. इस ट्रक में 3 लाख रुपए लग गए हैं. ट्रक में 54 लोग है.
यह भी पढ़ें: मौलाना साद की आलोचना पड़ी महंगी, पंच ने बीजेपी नेता को कान पकड़कर कराई उठक-बैठक
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण से इस समय पूरा देश जूझ रहा है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए एहतियाती कदमों के कारण व्यवसायिक गतिविधियां लगभग ठप हैं. मेट्रो, ट्रेन, बस से लेकर जहाज तक सब कुछ खड़े हुए हैं और अर्थव्यवस्था पर संकट आ खड़ा हुआ है. कोरोना काल के दौर में लागू लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा असर तो प्रवासी मजदूरों पर जिंदगी पर पड़ा है. प्रमुख औद्योगिक नगरों से भारी तादाद में मजदूरों के पलायन को मजबूर हैं. कोई कोई साइकिल, कोई रिक्शा तो कोई पैदल ही अपने घरों को लौट रहा है.
यह भी पढ़ें: बिहार : लॉकडाउन बढ़ाए जाने का सत्तापक्ष ने किया स्वागत, विपक्ष ने कहा, मिले गरीबों को राहत
हालांकि बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने तमाम मजदूरों के लिए राहत दी है. नीतीश ने कहा है कि अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को बिहार लाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे विचलित न हों, धैर्य रखें और सुरक्षित रहें, क्योंकि राज्य सरकार उन्हें राज्य में वापस लाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसा होने से उनके बीच संतुष्टि का भाव होगा और वापस आने को लेकर उनके बीच अफरातफरी का माहौल नहीं बनेगा.
यह वीडियो देखें: