छपरा जहरीली शराब कांड में एक और नया खुलासा हुआ है. इस मामले में एक डॉक्टर की गिरफ्तारी हुई है. जो होमियोपैथी दवा से शराब बना कर उसे बेचता था. जहरीली शराब कांड मामले में इसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. जिसको पुलिस ने उसके चार सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में बिहार सरकार की खूब किरकिरी हुई है. लगातार सीएम नीतीश पर उंगली उठाई जा रही हैं ऐसे में ये गिरफ्तारी इस मामले में बड़ा खुलासा बताया जा रहा है.
आपको बता दें कि, छपरा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और बीमार हुए मामले का सारण पुलिस ने सफल उद्भेदन किया है. मिलावटी शराब का मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर चार अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार हुआ है. बताया जा रहा है कि छपरा के साथ ही सीवान में हुए 5 मौतें इसी मिलावटी शराब की वजह से हुई थी. सारण एसपी ने खुद प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया है. मिलावटी शराब के मुख्य आपूर्तिकर्ता व निर्माणकर्ता राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर एवं उनके सहयोगी द्वारा विभिन्न होम्योपैथिक दवा रसायन को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सारण जिला में ट्रांसपोर्ट एवं अन्य माध्यमों से फर्जी नाम पता पर मंगवाकर शराब का निर्माण करते थे. इस कार्य में शामिल स्कॉर्पियो को भी जब्त कर लिया गया है.
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार मास्टरमाइंड राजेश हरियाणा में कंपाउंडर का काम करता था, उसी दौरान उसने स्प्रिट और होमियोपैथी दवा से शराब बनाने का प्रयोग सीख लिया जिसके उसके बाद उसने बनाने और बेचने का नेटवर्क तैयार कर उसे सप्लाई करने लगा. इस मामले में बीमार एक सदस्य छुप कर अपना इलाज करा रहा था. जिसके बाद एसआईटी की टीम ने गहनता से पूछताछ कर इस मामले की पूरी सत्यापन कर इस कांड का खुलासा किया. वहीं, एसपी ने ये भी बताया कि मशरख थाने से स्प्रिट गायब होने की खबरे भ्रामक और अफवाह है.
रिपोर्ट - बिपिन कुमार मिश्रा
HIGHLIGHTS
- छपरा जहरीली शराब कांड में डॉक्टर की हुई गिरफ्तारी
- होमियोपैथी दवा से शराब बनाने और बेचने का करता था काम
- एसआईटी की टीम ने मामले का किया खुलासा
Source : News State Bihar Jharkhand