छपरा में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले का सारण पुलिस ने सफलतापूर्वक खुलासा किया. कैसे छपरा में जहरीली शराब का निर्माण होमियोपैथिक दवा और रसायन से हुई थी. बता दें कि मिलावटी शराब का निर्माण, होमियोपैथिक दवा/ रसायन के सैकड़ों खाली बोतले व बचे हुए दवा को पुलिस ने डोईला बाजार से बरामद किया. इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ कंपाउंडर को एसआईटी की टीम ने उसके चार अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एसआईटी ने पूर्व में ही इस मामले से जुड़े 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. बरामद होमियोपैथिक दवा/रसायन का विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराई जा रही है. मिलावटी शराब निर्माण/वितरण में सहयोगी इसुआपुर के डोईला निवासो संजय महतो भी इस घटना में बीमार हुए थे.
जिसके बाद वे जगह-जगह इलाज के बाद घर लौटे थे, लेकिन इलाज के बाद लौटने पर भी शरीर में बेचैनी थी. तभी एसआईटी द्वारा उनसे बीमार की वजह की पूछताछ शुरू की. इसी दौरान उसने बीमार और इलाज की गहनता से जानकारी लेनी शुरू की तो संजय महतो ने इस पूरी घटना के राज से पर्दा उठाते हुए बताया कि राजेश उर्फ़ डॉक्टर जो जलालपुर थाना क्षेत्र के नूननगर काही गांव के रहने वाले हैं. उन्हीं के द्वारा होमियोपैथिक दवा/रसायन से मिलावटी शराब बनाने का काम किया जाता है और इसमें मढ़ौरा थाना क्षेत्र के तकीना निवासी शैलेंद्र राय व अन्य सहयोगी वेंडरो तक वितरण में सहयोग करते थे.
हरियाणा में कंपाउंडर थे राजेश सिंह
जहरीली शराब का निर्माण करने वाले मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर हरियाणा में कंपाउंडर काम करते थे. इसी दौरान उन्होंने स्प्रिट से जहरीली शराब बनाने का गुर सिखा था और फिर चीनी मिलाकर यह देसी शराब को विषैला बनाने के साथ ही अंग्रेजी शराब रैपर का प्रयोग करते हुए वेंडरो द्वारा वितरण करवाता था. एसआईटी इस मामले में अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी में जुटी है और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल है, दवा कंपनी सहित अन्य सभी बिंदुओं पर जांच जारी है.
रिपोर्टर- बिपिन कुमार मिश्रा
HIGHLIGHTS
- मिलावटी शराब से मौत का मास्टरमाइंड राजेश गिरफ्तार
- हरियाणा से सीखा था शराब बनाने का गुर
- सभी बिंदुओं की जांच कर रही एसआईटी की टीम
Source : News State Bihar Jharkhand