ठंड के इस मौसम में चाय का नाम जुबां पर आते ही एक अजब का आनंद आने लगता है. सारा तनाव फीका पड़ने लगता है. इन दिनों देश में कई चाय वाले सुर्खियों में आए हैं. ग्रेजुएट चाय वाली, कैदी चाय वाला, एमबीए चाय वाला और बेवफा चाय वालों ने पहले ही खूब सुर्खियां बटोरी हैं. इन चायवालों में एक और नाम जुड़ा है. ये हैं नालंदा के मैट्रिक फेल चाय वाला. मैट्रिक फेल चायवाला पंकज शर्मा (Matric Fail Chai Wala). पढ़ने लिखने में पंकज शर्मा कामयाब तो नहीं हो पाये, लेकिन अपने चाय दुकान से ये नालंदा के साथ-साथ पूरे देश में सुर्खियों में हैं.
मैट्रिक में हुआ फेल तो खोली दुकान
चाय के व्यापार से पंकज शर्मा ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है. पढ़ाई में नाकाम होने के बाद बाद काफी मुश्किलों से पंकज शर्मा ने टी-स्टॉल तक का सफर तय किया है. मैट्रिक फेल चाय वाला दुकान के मालिक सानू उर्फ पंकज शर्मा का कहना है कि 2019 में उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा दी थी, लेकिन फेल हो गये. इसके बाद से ही सड़क किनारे चाय बेचने की सोची और पिछले डेढ़ साल से चाय बेचने की अलग सोच ने सफल बना दिया.
संघर्षों से मिली बड़ी कामयाबी
मैट्रिक में फेल होने के बाद समाज का ताना, आर्थिक रूप से घर की खराब हालत, छोटे भाई की पढ़ाई का खर्च...इन सब बातों को लेकर पंकज के सामने डेढ़ साल पहले तनाव बहुत ज्यादा था. फिर भी पंकज घबराये नहीं. संघर्षों से लड़ने की ठानी. नाकामी को पीछे छोड़ने की जिद्द पकड़ी. शुरुआत में घर के लोग पंकज के चाय दुकान खोलने के फैसले से घबराये, लेकिन अपनो हौसलों से पंकज ने सबको बनाया और भरवापर में एक छोटी सी चाय दुकान खोली. लोगों को मैट्रिक फेल पंकज के बनाये चाय का स्वाद बेहतर लगा और ऐसा चाय का ऐसा चस्का लगा कि लोगों की भीड़ पहुंचने लगी. मैट्रिक फेल के चाय दुकान पर पूरे शहर का भीड़ लगने लगी. बिक्री बढ़ते ही गई और इस भीड़ ने मैट्रिक चाय वाला दुकान का नाम नालंदा से देशभर में मशहूर हो गया.
प्यार में धोखा खाये लोगों के लिए 6 रुपये में चाय
मैट्रिक फेल चाय वाले पंकज दिनभर में लगभग 40 लीटर दूध की चाय बनाकर बेच देते हैं. प्यार, मोहब्बत और आशिकी में धोखा खाये बेचारों के लिए चाय की कीमत भी अलग है. मैट्रिक फेल चायवाले की इस दुकान में प्यार में धोखा खाये आशिकों के लिए चाय की कीमत 6 रुपये तो आशिकी जी रहे प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए 7 रुपये की चाय है. सेना के जवानों के लिए यहां मुफ्त में चाय मिलती है. मैट्रिक फेल चाय वाले दीपक अब चाय दुकान से कमाये पैसे से कंप्यूटर का ज्ञान भी ले रहे हैं और ग्राहक उनके बनाये चाय का चस्का.
चाय का चस्का गजब
मैट्रिक फेल चाय वाले दीपक के संघर्षों की यही कहानी है. अपनी सफलता की सीढ़ियों को दीपक और ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं. कहते हैं कि इसी तरह से लोगों का प्यार मिला तो इस स्टॉल को और बढ़ायेंगे. जिसमें चाय के दूसरे फ्लेवर और फास्ट फूड जैसे खाने पीने की चीजें भी मौजूद रहेंगी.
रिपोर्ट : शिव कुमार
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HIGHLIGHTS
- 'मैट्रिक फेल' चाय वाला
- मैट्रिक में हुआ फेल तो खोली दुकान
- संघर्षों से मिली बड़ी कामयाबी
- चाय का चस्का गजब का लगा
Source : News State Bihar Jharkhand