पटना के बीहटा थाना क्षेत्र में छापेमारी करने गए खनन पदाधिकारियों को माफियाओं ने कर बुरी तरह पीटा. पदाधिकारियों के पिटाई और माफियाओं के बढ़े मनोबल को लेकर जब हमारे संवाददाता ने बिहार की खान एवं भूतत्व मंत्री रामानंद यादव से सवाल किया तो उनका बड़ा अजीब जवाब आया. उन्होंने यह कहा कि माफियाओं पर तो हम रोक लगाएंगे, लेकिन जो पदाधिकारी छापामारी करने गए थे गलती उनकी है. उनको ज्यादा पुलिस बल अपने साथ लेकर जाना चाहिए था.
'कार्रवाई के लिए और फोर्स ले जानी चाहिए थी'
मंत्री जी यह समझाने की कोशिश कर रहे थे कि माफियाओं को तो अभी हम कंट्रोल नहीं कर पाए, सचेत पदाधिकारियों को रहना होगा. साथ ही मंत्री ने आश्वस्त किया कि बिहार में माफियाओं की कमर तोड़ेंगे मगर अभी भी इन्हें इंतजार विभाग के पुलिसबल का और विभागीय स्टीमर खरीदे जाने का है.
एक बार फिर योगी मॉडल की मांग
वहीं, इस मामले पर बीजेपी ने सरकार को घेरते हुए एक बार फिर बिहार में योगी मॉडल की मांग उठाई है. भाजपा के फायरब्रांड विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि नीतीश कुमार के नीतियों से नहीं चल पा रही है बिहार की सरकार. यहां माफियाओं का राज है और अपराधियों को अपराध करने की खुली छूट है. अगर बिहार को माफियाओं से मुक्त कराना है तो बस एक ही तरीका है कि बुलडोजर और इनकाउंटर वाला योगी जी का मॉडल बिहार में भी लाया जाए. बिहार की जनता भी यही चाहती है.
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि पटना में बालू माफिया और उसके गुर्गों ने महिला माइनिंग इंस्पेक्टर को घसीट-घसीटकर पीटा. इंस्पेक्टर गुहार लगाती रहीं. माइनिंग टीम के सदस्यों को भी दौड़ा-दौड़ाकर मारा. टीम तो भाग गई, लेकिन इंस्पेक्टर घिर गईं. माइनिंग इंस्पेक्टर समेत कुछ कर्मचारी घायल हुए हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद सिटी एसपी वेस्ट मौके पर पहुंचे. मामले में 3 FIR दर्ज की गई हैं. 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही है.
HIGHLIGHTS
- खनन एवं भूतत्व मंत्री का अजीबोगरीब बयान
- खनन टीम पर हमले को लेकर बोले रामानंद यादव
- 'कार्रवाई के लिए और फोर्स ले जानी चाहिए थी'
- 'DSP और थाने की पुलिस को साथ रखना था'
Source : News State Bihar Jharkhand