शेखपुरा के सदर अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र में बदइंतजामी की भरमार है. यहां साफ-सफाई की समस्या तो पहले भी थी, लेकिन फिलहाल इस भीषण गर्मी में यहां बच्चे बिना पंखे और कूलर के रहने को मजबूर हैं. पोषण पुर्नवास केंद्र इसलिए होते हैं ताकि वहां कुपोषित बच्चों को बेहतर इलाज मिल सके, लेकिन शेखपुरा के पोषण पुर्नवास केंद्र में उलटी गंगा बह रही है. यहां बच्चे कुपोषण से तो ठीक हो सकते हैं, लेकिन दूसरी बीमारियों की चपेट में जरूर आ जाएंगे. केंद्र में बदइंतजामी की भरमार ही इसकी बानगी कर रहा है.
भीषण गर्मी में एसी, कूलर की सुविधा नहीं
दरअसल, शेखपुरा जिला सदर अस्पताल में बेहतर सेहत के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चे गर्मी से बेहाल हैं. बिहार में इस बार गर्मी कहर बनकर बपर रही है. शेखपुरा में तो पारा 43 डिग्री के पार हो गया है. वहां पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चे गर्मी में झुलस रहे हैं. बच्चों के लिए वार्ड में ना तो एसी है ना ही कूलर है. जिला अस्पताल में 20 बेड का एनआरसी बना है. जहां कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया जाता है, लेकिन यहां गर्मी से बच्चे और उनके परिजन सभी परेशान हैं. यहां गर्मी से परेशान होकर कई परिजन अपने बच्चों को लेकर चले गए. क्योंकि कुपोषण से इलाज करवाते करवाते बच्चे गर्मी से बीमार पड़ने लगे थे.
कौन जिम्मेदार?
पोषण पुनर्वास केंद्र में एसी लगाने के लिए कई बार लिखित आवेदन भी दिया गया है. बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई है और इस अनदेखी का दंश बच्चे और उनके परिजन झेलने को मजबूर हैं. बहरहाल, अब खबर दिखाने के बाद भी पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों के लिए एसी या कूलर का इंतजाम होता है या नहीं... ये देखने वाली बात होगी.
रिपोर्ट : धर्मेंद्र कुमार
HIGHLIGHTS
- क्यों 'झुलसने' को मजबूर नौनिहाल?
- पोषण पुनर्वास केंद्र में बदइंतजामी
- भीषण गर्मी में एसी, कूलर की सुविधा नहीं
- गर्मी में झुलसने को मजबूर हैं बच्चे
Source : News State Bihar Jharkhand