फलों का राजा आम भला किसे नहीं पसंद. इसकी मनमोहक खुशबू, आकर्षक रंग और स्वाद ऐसा कि एक बार जिसने चखा वो बार-बार खाने को मजबूर हो जाए. आज कल तो आम का ही मौसम है, ऐसे में मधुबनी के सरिसब पाही गांव में आम महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसका नाम 'मिथिला मैंगो फेस्टिवल' रखा गया. मिथिला मैंगो फेस्टिवल में मिथिलांचल में पाई जाने वाली 100 से ज्यादा किस्मों के आमों की प्रदर्शनी लगाई गई. यहां आने वाले लोगों को इन आमों के बारे में जानकारियां दी गई. साथ ही लोगों ने कई तरह की आमों के स्वाद को भी चखा.
खास प्रजातियों के आम
मिथिला क्षेत्र में आयोजित होने वाला ये मैंगो फेस्टिवल एक जीवंत वातावरण बनाता है. जहां किसान, व्यापारी और आम प्रेमी आम की खेती से जुड़ी जानकारियों को एक दूसरे से साझा करते हैं. इस बार उत्सव में आम की तमाम वैराइटीज़ तो लगाई ही गई. साथ ही मिथिला की विलुप्त हो रही कुछ आम की पारंपरिक प्रजातियों को भी प्रदर्शनी में लगाया गया. इनमें लक्ष्मेश्वर भोग, हीरा दागी, शाह पसिंद, फैज़ली, दुर्गा भोग, सुंदर भोग जैसी प्रजातियां शामिल रही.
किसानों के लिए मददगार
इस तरह के आयोजनों से कृषि विरासत को तो बढ़ावा मिलता ही है साथ ही में किसानों को संभावित खरीदारों और बाजारों के साथ जुड़ने का मौका भी देता है. साथ ही खेती से जुड़ने वाले लोगों के लिए ये फेस्टिवल बेहद मददगार साबित होता है. मधुबनी के सरिसाबपाही में मिथिला मैंगो फेस्टिवल ना सिर्फ स्वादिष्ट फल का जश्न मनाता है. बल्कि आर्थिक विकास, पर्यटन को बढ़ावा देने और पारंपरिक कृषि पद्धतियों के संरक्षण के लिए भी बेहद कारगर है. ये एक ऐसा आयोजन है जो आम के शौकीनों, पर्यटकों और मिथिला की अनूठी आम विरासत की खोज में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को आकर्षित करता है.
रिपोर्ट : प्रशांत झा
HIGHLIGHTS
- मधुबनी में 'मिथिला मैंगो फेस्टिवल' का आयोजन
- 100 से ज्यादा वैरायटी के आम
- किसानों के लिए मददगार
Source : News State Bihar Jharkhand