बिहार में बेलगाम अधिकारी, डीएम साहब... डीएम साहब... कहते रह गए विधायक
मधेपुरा में RJD विधायक और जिले के डीएम की तल्खी मीडिया के सामने आ गई. वैसे तो हर राज्य में विपक्षी दल ये आरोप लगाता है कि अफरशाही बेलगाम हो गई है, लेकिन बिहार में तो सत्ता पक्ष के नेताओं की भी जिलाअधिकारी एक नहीं सुनते.
मधेपुरा में RJD विधायक और जिले के डीएम की तल्खी मीडिया के सामने आ गई. वैसे तो हर राज्य में विपक्षी दल ये आरोप लगाता है कि अफरशाही बेलगाम हो गई है, लेकिन बिहार में तो सत्ता पक्ष के नेताओं की भी जिलाअधिकारी एक नहीं सुनते. बिहार में तो विपक्ष के बदले सत्ता पक्ष के विधायक और मंत्री ही अफसरों से परेशान नजर आ रहे हैं. विधायक डीएम को पुकारते रहे जाते हैं और डीएम साहब उनकी बातों को अनसुना कर चले जाते हैं.
डीएम साहब... डीएम साहब... डीएम साहब... RJD विधायक चंद्रहास चौपाल कुछ इसी तरह जिला अधिकारी को पुकारते रह गए, लेकिन जिलाधिकारी श्याम बिहारी मीणा उन्हें अनसुना कर उनके ही बगल से गुजरते हुए प्रदर्शनी का निरीक्षण करने पहुंच गए. दोनों के बीच तल्खी ऐसी कि मीडिया के सामने ही डीएम विधायक को नरअंदाज करने से नहीं चूके. दरसअल, मधेपुरा में महाशिवरात्रि के दिन सिंहेश्वर धाम में सिंहेश्वर मेले को उद्घाटन होना था. मधेपुरा के डीएम श्याम बिहारी मीणा ने मेले का उद्घाटन किया. वहीं, सिंहेश्वर के विधायक चंद्रहास चौपाल मेले में लगे पीआरडी के स्टॉल का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इस बीच विधायक जिला प्रशासन की मनमानी की ही बात कह रहे थे कि डीएम भी वहां पहुंच गए. जब विधायक ने उनसे बात करने की कोशिश की जो जिलाधिकारी उन्हें नजर अंदाज करते हुए वहां से निकल गए.
वहीं, विधायक ने मधेपुरा डीएम पर जिले में पूरी तरह से मनमानी करने का आरोप लगाया. उन्होंने मेले के आयोजन में जनता की भावनाओं का खयाल नहीं रखने का भी आरोप डीएम और दूसरे अधिकारियों पर लगाया. इतना ही नहीं विधायक ने तो उद्घाटन समारोह में किए व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. वहीं, अब डीएम और विधायक की तल्खी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो ने शासन और प्रशासन की तुकबंदी पर भी सवाल खड़े किए हैं. साथ ही बड़ा सवाल ये भी कि जिस जिले के अधिकारी विधायकों और जनप्रतिनिधियों की ही बात नहीं सुनते, वहां जनता की बात सुनने वाला कौन होगा.