बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य में सभी लोगों को मुफ्त कोरोना का टीका देने का वादा करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब रसोई गैस सिलेंडर की तरह कोरोना वैक्सीन के मूल्य चुकाने का विकल्प देने की बात करने लगी है. भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने यदि वैक्सीन के मूल्य चुकाने का विकल्प दिया, तो गरीबों के टीकाकरण और इलाज के लिए ज्यादा संसाधन होंगे. राज्यसभा सांसद मोदी ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, "कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र और बिहार सहित कई राज्यों की सरकारें मुफ्त टीकाकरण अभियान चला रही हैं. 1 मई से जब 18 से ज्यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत होगी, तब सरकार के संसाधनों पर दबाव बढ़ेगा."
उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए कोरोना की दोनों वैक्सीन का कोई न्यूनतम मूल्य तय किया जाना चाहिए और विकल्प दिया जाना चाहिए कि जो लोग वैक्सीन की कीमत चुका सकते हैं, वे अवश्य भुगतान करें. उन्होंने कहा कि यह बाध्यकारी नहीं, स्वैच्छिक होना चाहिए. मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "यदि राज्य सरकार ने वैक्सीन के मूल्य चुकाने का विकल्प दिया, तो गरीबों के टीकाकरण और इलाज के लिए ज्यादा संसाधन होंगे."
उन्होंने आशा जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर जैसे समाज के समर्थ लोग गैस सिलिंडर की सब्सिडी छोड़ चुके हैं, वैसे ही वे इस कठिन दौर में कोरोना वैक्सीन की कीमत चुकाने में भी पीछे नहीं रहेंगे.
बिहार में कोरोना की रफ्तार तेज, संक्रमण दर 14.66 प्रतिशत पहुंची
बिहार में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की दर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. राज्य में इस महीने की शुरूआत में जहां संक्रमण की दर एक प्रतिशत से भी नीचे थी वहीं अब यह आंकड़ा 14 प्रतिशत से ज्यादा तक पहुंच गया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे राज्य में 1 अप्रैल को विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 60,262 नमूनों की जांच की गई थी, जिसमें 488 संक्रमितों की पुष्टि हुई थी, जो जांच का 0.81 प्रतिशत है.
इसी तरह सोमवार यानी 26 अप्रैल को राज्य में 11,801 नए संक्रमित मिले थे, जबकि इस दिन 80,461 नमूनों की जांच की गई थी. इस तरह देखा जाए तो संक्रमण की दर 14.66 प्रतिशत तक पहुंच गई है, यानी 100 लोगों की जांच पर अब करीब 15 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं.
विभाग के आंकडों के मुताबिक राज्य में 25 अप्रैल को 1,04,091 नमूनों की जांच हुई थी, जिसमें 12,795 संक्रमित पाए गए थे, इसी तरह 24 अप्रैल को 1,01,428 नमूनों की जांच के बाद 12,359 संक्रमित मिले थे. इस तरह देखा जाए तो राज्य में 25 अप्रैल को संक्रमण की दर जहां 12.73 प्रतिशत थी वहीं 24 अप्रैल को यह दर मात्र 12.18 प्रतिशत के करीब थी.
आंकडों के मुताबिक 20 अप्रैल को राज्य में संक्रमण की दर 9.85 प्रतिशत दर्ज किया गया था. इधर, राज्य सरकार संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर अस्पताल में सुविधा बढ़ाने का दावा कर रही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण पर काबू पाने को लेकर हर स्तर पर काम कर रहा है. मरीजों के उपचार के अलावा टेस्टिंग और वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से हो रहा.
एक ओर जहां पूरे देश में जहां 15 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ, वहीं बिहार में अब तक 65 लाख से अधिक लोगों का कोरोना टीकाकरण हुआ है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना से उपजे हालात की लगातार समीक्षा कर सरकारी और निजी अस्पतालों के हालात की मॉनिटरिंग कर रहा है. अभी 118 मीट्रिक टन से भी ज्यादा ऑक्सीजन की आपूर्ति विभिन्न अस्पतालों में रोज हो रही है.
Source : IANS