Modi Cabinet Minister: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. इस सरकार में बिहार से कुल आठ सांसदों को मंत्री पद मिला है. इनमें बीजेपी से चार, जेडीयू से दो, एलजेपी (रामविलास) से एक और हम पार्टी से एक सांसद शामिल हैं. मंत्री पद की शपथ लेने वालों में बीजेपी से गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सतीश चंद्र दुबे और राजभूषण चौधरी शामिल हैं. गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय पहले भी मंत्री रह चुके हैं, जबकि सतीश चंद्र दुबे और राजभूषण चौधरी को पहली बार मौका मिला है. जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और उनकी पार्टी से राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को मंत्री पद मिला है. इसके अलावा पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान भी शामिल हैं. आइए, इन मंत्रियों के बारे में विस्तार से जानते हैं.
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गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह बिहार बीजेपी के प्रमुख हिन्दू चेहरे माने जाते हैं। बेगूसराय सीट से निर्वाचित गिरिराज सिंह भूमिहार जाति (सवर्ण) से आते हैं. पिछली सरकार में भी वह मंत्री थे और इस बार भी उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. गिरिराज सिंह ने कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और उन्हें अपने बेबाक बयानों के लिए जाना जाता है.
नित्यानंद राय
नित्यानंद राय पिछली सरकार में भी मंत्री थे और इस बार भी उन्हें जगह मिली है. उन्होंने उजियारपुर से चुनाव जीता है और यादव जाति (पिछड़ी) से आते हैं. यादव जाति बिहार में सबसे बड़ी जाति मानी जाती है. नित्यानंद राय ने पिछली सरकार में गृह राज्य मंत्री के रूप में अमित शाह के साथ काम किया था और अपने प्रभावशाली कार्यों के लिए जाने जाते हैं.
सतीश चंद्र दुबे
वाल्मीकिनगर से संबंध रखने वाले सतीश चंद्र दुबे बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. तीन बार विधायक रहे सतीश 2014 में सांसद बने थे. 2019 में जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो पार्टी में बवाल हुआ था, बाद में उन्हें राज्यसभा में भेजा गया. इस बार उन्हें केंद्रीय मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वे ब्राह्मण जाति (सवर्ण) से आते हैं और बीजेपी का प्रमुख ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं.
राजभूषण चौधरी
मुजफ्फरपुर से पहली बार सांसद बने राजभूषण चौधरी ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली है. बीजेपी ने अजय निषाद का टिकट काटकर राजभूषण चौधरी को मौका दिया था। वे निषाद जाति (मल्लाह) से ताल्लुक रखते हैं और इस जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं।
ललन सिंह
ललन सिंह जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर से सांसद हैं. उनका लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है और वे भूमिहार जाति (सवर्ण) से आते हैं. ललन सिंह जेडीयू के सवर्ण चेहरे के रूप में जाने जाते हैं. उन्हें भी इस बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है. ललन सिंह ने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और पार्टी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
रामनाथ ठाकुर
जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. वे नाई जाति (अति पिछड़ा) से आते हैं और समस्तीपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं. रामनाथ ठाकुर को लालू यादव ने दो बार एमएलसी बनाया था, बाद में नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा भेजा. अब मोदी सरकार ने उन्हें केंद्रीय मंत्री के पद से नवाजा है.
जीतन राम मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया लोकसभा सीट से सांसद बने हैं. उनकी अपनी पार्टी 'हम' है और वे अपनी पार्टी से इकलौते सांसद हैं. उनका बेटा बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री है और अब खुद मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. वे मुसहर जाति (अनुसूचित जाति) से ताल्लुक रखते हैं.
चिराग पासवान
चिराग पासवान बिहार में रामविलास पासवान की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. हाजीपुर से जीतने के अलावा अपनी पार्टी की सभी पांच सीटों पर भी विजय प्राप्त की. चिराग पासवान दुसाध जाति (अनुसूचित) से आते हैं. उन्होंने पार्टी के लिए अहम भूमिका निभाई है और अपने पिता की विरासत को बखूबी संभाला है.
बिहार के सांसदों को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल करने में कास्ट और एरिया का विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके. यह सरकार की समावेशी दृष्टिकोण को दर्शाता है और बिहार के विकास के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है.
HIGHLIGHTS
- मोदी सरकार 3.0 में बिहार के इन नेताओं को मिली जगह
- आठ मंत्रियों से समझिए मोदी ने कैसे सुलझाया बिहार का जातीय समीकरण
- दो भूमिहार से लेकर OBC तक हैं शामिल
Source : News Nation Bureau