राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का छह माह में यह उनकी तीसरी बिहार यात्रा है. यात्रा के क्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत दो दिवसीय मिथिलांचल के दौरे पर दरभंगा में है. इस दौरान मोहन भागवत स्वयंसेवकों के साथ बैठक कर संगठन को कैसे और मजबूत किया जाए, इसपर चर्चा करेंगे. वहीं RSS प्रमुख मोहन भागवत के दो दिवसीय दौरे पर ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के नेता नजरे आलम ने प्रेसवार्ता कर मोहन भागवत के मिथिलांचल दौरे पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि RSS प्रमुख मिथिलांचल और सीमांचल में नफरत की बीज बोने में कभी सफल नहीं हो सकते हैं. यह इलाका भाईचारा और शांति का संदेश देने का काम करता है.
वहीं (AIMIM) के नेता नजरे आलम ने मोहन भागवत के दौरे को राजनीतिक दौरा बताते हुए कहा कि सभी पार्टी 2024 के चुनाव की तैयारी कर रही है और पिछले 6 महीनो में मोहन भागवत का बिहार का तीसरा दौरा व मिथिलांचल का दूसरा दौरा है. इनके कथनी और करनी में काफी अंतर है. ये बोलते हैं कि हम भाईचारा और मोहबत का पाठ पढ़ाते हैं, लेकिन इनकी पाठशाला पूरी तरह से नफरत की पाठशाला होती है और उनका यह दौरा इसी पर आधारित है. वहीं उन्होंने कहा कि इससे पहले इनके नेता अमित शाह सीमांचल के दौरे पर आए थे और लोगों को चौमुखी विकास का वादा किया, लेकिन नतीजा आपके सामने है.
वहीं नजरे आलम ने कहा की मिथिलांचल के लोग शांति, अमन और भाईचारा के साथ रहते हैं. ऐसे में RSS प्रमुख मोहन भागवत का लगातार दौरा यहां के हवा में नफरत का मजबूत नींव डाल रहा है. मोहन भागवत का दौरा बिहार के मुख्यमंत्री सुशासन बाबू के लिए बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि नीतीश जब दिल्ली गए थे, तो उन्होंने कहा था कि वर्ष 2024 का चुनाव हमारे लिए चुनौती है. नीतीश कुमार की बातों को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बहुत मजबूती से रख रहे हैं. उनका कहना है कि 2024 के चुनाव में भाजपा को भगाना है. ऐसे में समाजवादी सरकार से सवाल है कि ऐसे गतिविधि पर आखिरकार चुप क्यों है.
HIGHLIGHTS
. मोहन भागवत के दौरे पर AIMIM नेता ने साधा निशाना
. सभी पार्टी 2024 के चुनाव की तैयारी कर रही
Source : News State Bihar Jharkhand