बारिश में वीटीआर का मजा हो जाता है दोगुना, आप भी इन जगहों पर जाकर उठा सकते हैं लुत्फ

मानसून के महीने में आकर्षण तब बढ़ जाता है जब कुछ पर्यटक बारिश के दिनों में यहाँ के नज़ारे का आनंद लेने के लिए आना पसंद करते हैं. बरसात के मौसम में वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में अचानक बारिश शुरू हो जाती है और कुछ देर बाद खत्म हो जाती है.

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Ritu Sharma
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वीटीआर का मजा हो जाता है दोगुना( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

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मानसून के महीने में आकर्षण तब बढ़ जाता है जब कुछ पर्यटक बारिश के दिनों में यहाँ के नज़ारे का आनंद लेने के लिए आना पसंद करते हैं. बरसात के मौसम में वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में अचानक बारिश शुरू हो जाती है और कुछ देर बाद खत्म हो जाती है, ऐसे में पहाड़ बेहद खूबसूरत नजर आता है. पहाड़ों से टकराते हुए बादलों की आवाजाही पर्यटकों के लिए रोमांचकारी पल होती है. ऐसे मौसम में बहुत से वीडियो और फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल होते हैं, जिसे देखकर लोग और भी ज्यादा उत्साहित हो जाते हैं.

इसके बारे में आप कई तस्वीरों में देख सकते हैं, पानी, पहाड़ और ऊपर मंडराते बादलों का नजारा काफी खूबसूरत है. इसके साथ ही 840.26 वर्ग किलोमीटर में फैले जंगल में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती है. साथ ही गंडक नदी की बहती धारा रोमांच बढ़ा रही है. रास्ते में पशु-पक्षियों की आवाजें सुनकर पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं.

बगहा से वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के अंदर जाने के लिए पर्यटक जंगल के बीच से होकर गुजरते हैं. पर्यटक गर्मियों और सर्दियों में जंगल सफारी का आनंद लेने आते हैं, लेकिन कई बार आग लगने के कारण जंगलों में धुआं ही धुआं नजर आता है. वहीं, मानसून शुरू होते ही पूरा टाइगर रिजर्व हरा-भरा नजर आने लगता है.

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बरसात के दिनों घूमने में मिलेगा आनंद

बरसात के दिनों में आने वाले पर्यटकों के लिए पाथवे, गिरि दर्शन (एक गोलाकार घर जिस पर दूरबीन लगी होती है) का निर्माण किया गया है. साथ ही इको पार्क, नर देवी स्थान, कालेश्वर मंदिर, जटाशंकर स्थान के साथ त्रिवेणी संगम का लुत्फ आने वाले पर्यटक उठा सकते हैं. इस बीच जंगल के बीच से 25 किलोमीटर की दूरी करीब 50 किलोमीटर में तय करनी पड़ती है, ऐसे में जंगल से गुजरते वक्त जंगली जानवरों के साथ पक्षियों की आवाज से मन सराबोर हो जाता है. इस जंगल का उत्तरी किनारा नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ है, गंडक नदी जंगल को छूकर बहती है.

आवास और भोजन की बेहतर सुविधा

वीटीआर अपनी खूबसूरती के लिए बिहार का स्वर्ग माना जाता है। यहां पर्यटकों के रहने और खाने-पीने की बेहतरीन व्यवस्था है। यहां आने के लिए पटना से वाल्मिकी नगर तक सीधी बस है. वहीं, गोरखपुर, लखनऊ आदि जगहों से आने वाले पर्यटकों के लिए बगहा से हर 15 मिनट में बसें उपलब्ध हैं. बगहा रेलवे स्टेशन से भी बस की सुविधा उपलब्ध है. आप अपनी कार से भी टाइगर रिजर्व जा सकते हैं, बस से आने वाले पर्यटकों के लिए यहां निजी वाहन उपलब्ध हैं, ताकि पर्यटक टाइगर रिजर्व के अंदर घूम सकें.

इसके साथ ही वीटीआर में ज्यादातर लोग गर्मी के दिनों में घूमने आते हैं, हर साल अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से नवंबर के पहले सप्ताह के बीच वीटीआर का पर्यटन सीजन शुरू हो जाता है, जो15 जून तक चलता है. इसके बाद वीटीआर, जंगल सफारी और वोटिंग की कुछ सुविधाएं बंद हो जाती हैं, लेकिन अन्य सुविधाएं चलती रहती हैं. इस दौरान जंगली जानवरों का दीदार करने वाले पर्यटक खूब पहुंचते हैं.

HIGHLIGHTS

  • बिहार में है ये खास स्पॉट्स
  • बारिश में डबल हो जाता है VTR का मजा
  • मौसम का लुत्फ उठाने, इन जगहों पर घूमने जरूर आएं

Source : News State Bihar Jharkhand

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