शिक्षक बनने का सपना देख रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर आई है. बिहार (Bihar) में 90 हजार से अधिक प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. प्रारंभिक स्कूलों में तीन महीने के अंदर शिक्षकों की नियुक्ति कर जाएगी दी गई. राज्य के 71 हजार प्रारंभिक स्कूलों में कुल 90763 प्रारंभिक शिक्षकों नियुक्ति की जानी है. बिहार में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के लिए 63951 शिक्षक और कक्षा 6 से 8 तक के लिए 26811 शिक्षकों का नियोजन होना है. नियोजन में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) से 18 महीने का सेवाकालीन डिप्लोमा इन एलिमेन्ट्री एजुकेशन (डीईएलएड) कोर्स करने वाले अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं. नियोजन की पूरी प्रक्रिया को 3 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
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सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री द्वारा हरी झंडी दिए जाने के बाद और पटना हाईकोर्ट के फैसले को मानते हुए शिक्षा विभाग ने 18 महीने के डीईएलएड डिग्रीधारियों को नियोजन प्रक्रिया का हिस्सा बनाने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि अगले एक हफ्ते में नियोजन का शिड्यूल तैयार कर लिया जाएगा. शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि 3 महीने के अंदर नियोजन पूरा हो सके.
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जानकारी के अनुसार, एनआईओएस से 18 महीने का डीईएलएड के साथ टीईटी उत्तीर्ण अभ्यथियों को आवेदन के लिए लगभग एक महीने का समय मिलेगा. जबकि पुराने अभ्यर्थियों को दोबारा आवेदन करने की कोई जरूरत नहीं है. प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन के लिए जिन अभ्यर्थियों ने पहले आवेदन कर दिया था, उन्हें फिर से आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी. बताया जा रहा है कि डीएलएड के नए अभ्यर्थियों के साथ रेगुलर कोर्स वाले अभ्यर्थियों को मिलाकर मेधा सूची जारी की जाएगी. जिस पर आपत्ति के लिए समय मिलेगा. बाद में अंतिम मेधा सूची के आधार पर नियोजन पत्र दिए जाएंगे.
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