बेटियों को लेकर सरकार ने कई योजना बनाई है. देश में कई तरह के कार्यक्रम बनाए गए हैं. जिससे कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके लोगों को जागृत किया जा सके लेकिन आज भी हमारे समाज में बेटियों को बोझ समझा जाता है और बेटे की चाहत राखते हैं जब ये चाहत पुरी नहीं होती तो घर की बहु को प्रताड़ित किया जाता है. उसके ऊपर दबाव बनाया जाता है. कुछ ऐसा ही बिहार के नवादा में देखने को मिला है. जहां बेटे के लिए महिला को इतना प्रताड़ित किया गया की उसने तंग आकर अपनी जान ही दे दी.
मामला नवादा जिले के धमौल थाना क्षेत्र के बड़की गुलनी गांव का है. जहां महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. बताया जा रहा है कि जमुई जिले के सिकंदरा गांव निवासी राधे यादव की पुत्री सिंपल कुमारी की शादी गुलिनी गांव निवासी रामबली यादव के साथ वर्ष 2010 में हुई थी. जिसके बाद इन्हें तीन बेटियां थी. जिसको लेकर ससुराल वाले उसे अक्सर मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे. उसी से तंग आकर महिला ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
घटना की सूचना मिलते ही धमौल थाना की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया है. मृत महिला की पहचान बड़की गुलनी गांव निवासी रामबली यादव की पत्नी सिंपल देवी के रूप में की गई है. वहीं, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है और पुरे मामले की छानबीन की जा रही है.
लेकिन इस घटना के सामने आने के बाद ये साफ हो गया है कि हमारे समाज में आज भी बेटियां कमजोर हैं जिन तक सरकार के कार्यकर्म पहुंच नहीं पा रहें हैं. अगर पहुंचती तो एक बेटी इतने दिनों तक प्रताड़ित नहीं की जाती और आज शायद वो जिंदा होती. अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कब तक कार्रवाई करती है.
Source : News State Bihar Jharkhand