बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी सोमवार को गया पहुंचे. जहां उन्होंने शहर के विष्णुपद मंदिर में विशेष रूप से पूजा-अर्चना की. इस दौरान विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल सहित अन्य पंडा समाज के लोगों ने मंदिर के गर्भगृह में उन्हें पूजा कराई. इस दौरान सुशील मोदी देवघाट भी गए. जहां उन्होंने रबर डैम का जायजा लिया. इस दौरान विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के लोगों के द्वारा उन्हें पुष्प गुच्छ और अंग वस्त्र देकर स्वागत किया.
इस मौके पर सुशील मोदी ने कहा कि विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश करना वर्जित है. इसके बावजूद बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराईल मंसूरी मंदिर के अंदर प्रवेश कर गए. इतना ही नहीं उसके बाद उन्होंने बयानबाजी भी की, लेकिन अब तक खेद प्रकट नहीं किया. जबकि उन्हें खेद प्रकट करना चाहिए था.
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दर्जनों बार विष्णुपद मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की है. उन्हें मंदिर के नियम-कानून के बारे में भली-भांति जानकारी है. जिस दिन वे मंदिर के अंदर आए थे, तो उन्हें पता था कि उनके साथ एक मुस्लिम समुदाय के भी मंत्री चल रहे हैं. ऐसे में उन्हें रोकना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.
सुशील मोदी ने कहा कि भारत में कई ऐसे मंदिर है, जहां गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित हैं. ऐसे में मंदिर की परंपरा का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मक्का मदीना मुस्लिम समुदाय का सबसे पवित्र स्थल है. ऐसे में मुसलमान के अलावा वहां कोई नहीं जा सकता है. जब मक्का मदीना में इस तरह की परंपरा का पालन होता है, तो जिस मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है, वहां जाने का कोई औचित्य नहीं है. विष्णुपद मंदिर काफी पौराणिक मंदिर है. मुगलकाल में औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ने का कार्य किया था. वह भी गया आए थे, लेकिन मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं किए थे. ऐसे में जिस मंदिर की जैसी परंपरा है, उसका निर्वहन करना चाहिए.
इस मौके पर भाजपा विधायक वीरेंद्र सिंह, वरिष्ठ नेता मुकेश शर्मा, जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा, मीडिया प्रभारी योगेश कुमार, संतोष ठाकुर, राजेंद्र प्रसाद सहित कई लोग उपस्थित थे.
रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
Source : News Nation Bureau