बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन हंगामे से भरा रहा. हालांकि, हंगामे के बावजूद विधानसभा स्पीकर पद का चुनाव कराया गया और एनडीए उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा को सदन के अगले अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई. ऐसे में अध्यक्ष पद के लिए चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत सदन के अन्य सदस्यों ने उन्हें बधाई दी.
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बता दें कि बिहार विधानसभा में स्पीकर पद के लिए 51 साल बाद बुधवार (25 नवंबर) को हुए चुनाव में बीजेपी के विधायक विजय सिन्हा को 126 तो महागठबंधन के उम्मीदवार और राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी को 114 मत मिले. इस तरह बिहार विधानसभा के अध्यक्ष की कुर्सी संभालने वाले विजय सिन्हा बीजेपी के पहले विधायक बने. इससे पहले बीजेपी को स्पीकर का पद नहीं मिला था.
वीआईपी सुप्रीमो और नीतीश सरकार के मंत्री मुकेश साहनी ने भी नए विधानसभा अध्यक्ष को बधाई दी. साथ ही इसी दौरान उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा, संविधान घर से सीखना चाहिए कि किस तरह जेल से एनडीए सदस्य को धमकी और प्रोलोभन देने का काम किया जा रहा है. संविधान की दुहाई देने वालों को यह सोचना चाहिए.
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दरअसल, स्पीकर चुने जाने के बाद तेजस्वी यादव के संबोधन के बाद मुकेश सहनी ने ऐसी बात कही कि आज भी सियासी चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें कि तेजस्वी ने अपने संबोधन में विजय सिन्हा को बधाई देते हुए कहा कि हम वैशाली से जीत कर आए है, जो दुनिया मे लोकतंत्र की जननी है. मेरा सभी से अनुरोध है कि संविधान की रक्षा करें. सच को जितना भी छुपाये वह समय समय पर निकल आता है. झूठ और असत्य का साथ नहीं दे सकते हैं.
बता दें कि एक दिन पहले सुशील मोदी ने ट्वीट कर लालू यादव पर जेल से फोन उठाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मैंने लालू को फोन किया तो कॉल उन्होंने ही रिसीव किया और उसमें लालू प्रसाद यादव की आवाज थी. जिसके बाद यह गंदा खेल नहीं खेलने की सलाह दी थी. इसको लेकर विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के नेता व पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने राजद सुप्रीमो पर हमला किया.
Source : News Nation Bureau