बिहार में कांग्रेस को राज्यसभा की एक सीट देने का महागठबंधन का सामूहिक निर्णय राजद को याद दिलाते हुए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को कहा कि इस फैसले का अवश्य ही पालन किया जाना चाहिए. कुशवाहा कांग्रेस नेता एवं इसके बिहार प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल के खुले पत्र को राजद द्वारा खारिज करने के सवाल पर मीडियाकर्मियों के सवाल का उत्तर दे रहे थे. दरअसल, राजद को इस पत्र में अपने उस वादे की याद दिलाई गई थी जिसके तहत राजद ने कहा था कि कांग्रेस को बिहार से राज्यसभा की एक सीट दी जाएगी.
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस की मार भारतीय रेल में भी, ट्रेनों में नहीं मिलेंगे कंबल, पर्दे भी हटाये जायेंगे
कांग्रेस को राज्यसभा की एक सीट देगी
बिहार में राजद, कांग्रेस, रालोसपा, हम (एस) और विकासशील इन्सान पार्टी (वीआईपी) ने मिलकर 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था. कुशवाहा ने संवाददाताओं से कहा,"राजद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि वह कांग्रेस को राज्यसभा की एक सीट देगी. इसकी घोषणा महागठबंधन के एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान भी की गई थी.’’ उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि महागठबंधन के सभी राजनीतिक दलों को वादे का पालन करना चाहिए था." कुशवाहा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद के प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि हर बार गठबंधन के साझेदारों को समायोजित करना मुश्किल है.
यह भी पढ़ें- कश्मीर में जो राज्यपाल होता है वो शराब पीता है,गोल्फ खेलता है; गोवा के गवर्नर मलिक ने खोला राज
महागठबंधन जो भी फैसला लेगा हम उसका पालन करेंगे
उन्होंने कहा, "हमने कांग्रेस को विधान परिषद और राज्यसभा में एक-एक सीट देने का वादा किया था. हमने पिछली बार विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस को एक सीट दी थी. हम इस पर विचार करेंगे कि भविष्य में क्या किया जा सकता है." महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा, ‘‘नेतृत्व के मुद्दे पर महागठबंधन जो भी फैसला लेगा हम उसका पालन करेंगे.’’ उन्होंने रालोसपा में महागठबंधन से बाहर होने को लेकर भ्रम की स्थिति होने की अफवाहों को भी खारिज कर दिया.