मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड: CBI ने दर्ज की नई FIR, जानिए-किसे बनाया आरोपी?

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में मामले की जाचं कर रही सीबीआई द्वारा एक नया एफआई दर्ज किया गया है. हालांकि, सीबीआई द्वारा मामले में किसी नामजद आरोपी के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया गया है. ये एफआईआर अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किया गया है. मामला एक नाबालिग लड़की के अहरण से जुड़ा है.

author-image
Shailendra Shukla
एडिट
New Update
balika grihkand

फाइल फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में मामले की जाचं कर रही सीबीआई द्वारा एक नया एफआई दर्ज किया गया है. हालांकि, सीबीआई द्वारा मामले में किसी नामजद आरोपी के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया गया है. ये एफआईआर अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किया गया है. मामला एक नाबालिग लड़की के अपहरण से जुड़ा है. सीबीआई ने 29/07/2023 को दर्ज एफआईआर नंबर RC0922023S0004, बुक नंबर 1239 सीरियल नंबर 08 थाना सीबीआई/एससीबी/पटना में अन्तर्गत धारा IPC 363 (अपहरण), 120 बी (आपराधिक षणयंत्र) दर्ज किया गया है. ये एफआईआर एक नाबालिग लड़की की किडनैपिंग के मामले में दर्ज की गई है.

ये भी पढ़ें-हर पुलिस फायरिंग करने के बाद दिया जाता है फर्जी बयान: सुशील मोदी

एफआईआर में अंकित जानकारियों के मुताबिक, मामले से जुड़ी शिकायत 06/04/2023 को मिली थी.  जिसे एंट्री नंबर 03 पर 29/07/2023 को समय 11:30 बजे दर्ज की गई. एफआईआर के मुताबिक, शिकायत लिखित में की गई है और पीड़ित द्वारा नाबालिग लड़की की किडनैपिंग का मामला दर्ज कराया है. घटना का स्थान बालिका गृह मुजफ्फरपुर रन बाई सेवा संकल्प एवं समिति बताया गया है. शिकायत बालिका गृह के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ दी गई है. 

publive-image

सीबीआई द्वारा एफआईआर के तीसरे पेज पर ये लिखा गया है है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के जांच के दौरान ये बात सामने आई कि एक लड़की जिसका नाम रानी कुमारी उर्फ पुष्पा कुमारी है जोकि विक्लांग और मानसिक रूप से विक्षिप्त है. 10/11/2015 को एक शख्स द्वारा खुद को उसका पिता बताया जाता है और साक्ष्य के तौर पर अपना  व अपनी पत्नी का वोटर आईडी कार्ड भी दिया जाता है. कथित पिता का नाम राजकुमार पासवान जोकि ग्राम शुकुल खापिया, ब्लॉक बड़कगांव, जिला - हजारीबाग का खुद को निवासी बताया गया था.

publive-image

बाद में जांच के दौरान ये पता चलता है कि राजकुमार और उसकी पत्नी शीतला देवी दोनों के ही वोटर आईडी कार्ड फेक थे. इतना ही नहीं इन पति-पत्नी द्वारा CWC सीतामढ़ी की चेयरपर्सन मानसी समादार व साइनिंग मेंबर रेनू कुमारी के फर्जी हस्ताक्षर करके रानी कुमार उर्फ पुष्पा कुमारी के बालिका गृह से रिलीज के फेक ऑर्डर नंबर 207 दिनांक 10/11/2015 बनाया गया था. जांच में रिलीज ऑर्डर फर्जी पाया गया.

publive-image

मामले में बिहार सरकार द्वारा सीबीआई से जांच में रानी कुमारी उर्फ पुष्पा कुमारी के अपहरण से जुड़ा एफआईआर भी दर्ज करने की अपील की गई थी. मामले में अब सीबीआई द्वारा अपहरण की धाराओं व आपराधिक षणयंत्र की धारा आईपीसी 363, 120 बी दर्ज की गई है. मामले की जांच सीबीआई (पटना) की डिप्टी एसपी नीलम श्री को करने का जिम्मा दिया गया है. एफआईआर डीएस चौहान एसपी (सीबीआई, एससीबी, पटना) के द्वारा दर्ज की गई है.

HIGHLIGHTS

  • मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में एक और FIR
  • CBI ने दर्ज की अज्ञात के खिलाफ FIR
  • नाबालिग लड़की रानी कुमार उर्फ पुष्पा कुमारी के मामले में दर्ज हुई FIR
  • फर्जी दस्तावेजों के सहारे रानी को रिहा कराकर ले गया था कोई
  • IPC की धारा 363, 120 बी के तहत दर्ज किया गया केस

Source : News State Bihar Jharkhand

Muzaffarpur Balika Grih Kand CBI Registered FIR Muzaffarpur Girls Home Case
Advertisment
Advertisment
Advertisment