Nalanda Violence: जब पुलिस ने कसा शिकंजा, एक-एक कर 7 आरोपियों ने किया संरेडर
नालंदा हिंसा मामले में पुलिस ने आरोपियों के घर की कुर्की शुरू कर दी. जिसके बाद हिंसा के आरोपियों में हड़कंप मच गया और कुर्की होते ही सात आरोपियों ने सरेंडर कर दिया. सुबह होती ही भारी संख्या में पुलिस बल आरोपियों के घर पहुंचा और कुर्की की कार्रवाई की.
नालंदा हिंसा मामले में पुलिस ने आरोपियों के घर की कुर्की शुरू कर दी. जिसके बाद हिंसा के आरोपियों में हड़कंप मच गया और कुर्की होते ही सात आरोपियों ने सरेंडर कर दिया. सुबह होती ही भारी संख्या में पुलिस बल आरोपियों के घर पहुंचा और कुर्की की कार्रवाई शुरू की गई. हिंसा फैलाने वाले आरोपियों को इसका अंदेशा भी नहीं रहा होगा कि उनके किए की सजा अब पूरे परिवार को भुगतनी पड़ेगी. दूसरों के घरों में आग लगाने वाले दरिंदों को जब ये अहसास हुआ कि उनकी लगाई गई आग की आंच अब उनके परिवार तक पहुंच रही है तो पुलिस की गिरफ्त से फरार आरोपियों ने एक के बाद एक कुल सात ने ताबड़तोड़ सरेंडर कर दिया, जिसकी तस्दीक खुद नालंदा एसपी ने की है.
क्या है पूरा मामला?
रामनवमी के बाद नालंदा में हुई थी हिंसा. 31 मार्च को दो पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई थी. पत्थरबाजी के साथ कई राउंड फायरिंग हुई थी. फायरिंग में गोली लगने से एक की मौत हुई थी. हिंसा की आग में कई लोग घायल हुए थे. कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था.
हिंसा के बाद सड़क से सदन तक विपक्ष ने सरकार को घेरा था. जिसके बाद विपक्ष पर पलटवार करते हुए सीएम नीतीश ने कहा था कि बिहार में दो जगहों पर हुई हिंसा सुनियोजित साजिश के तहत की गई. इसका जल्द ही पता लगाया जाएगा. आलाकमान का आदेश मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गई और आरोपियों के घर की कुर्की की कार्रवाई शुरू हो गई. अपने घरों को कुर्क होता देख पुलिस गिरफ्त से फरार आरोपी एक के बाद एक कर सात ने सरेंडर कर दिया. जिसमें पटना के कोतवाली थाना में कृष्ण कुमार, कुंदन कुमार लहेरी, मोहम्मद शेरू, मोहम्मद चांद और मोहम्मद राशिद शामिल हैं. जबकि मनीष वर्मा और सोनू वर्मा ने सोहसराय थाना में सरेंडर किया है. अब पुलिस को दो और फरार आरोपी मुन्ना और पप्पू की तलाश है.