पूर्व आरजेडी सांसद और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीआई की 8 सदस्यीय टीम सीवान पहुंच गई है। टीम का नेतृत्व डीएसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। हाल ही में पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर सीबीआई जांच की मांग की थी।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को जांच अपने हाथों में लेते हुए इस मामले में प्राथमिकी (362/2016) दर्ज कर ली है। इसके साथ ही उसने इस सनसनीखेज हत्याकांड की जांच भी शुरू कर दी।
पुलिस ने शुक्रवार शाम को पत्रकार हत्याकांड के मुख्य आरोपी लड्डन मियां के साथ दूसरे 5 अभियुक्तों से पूछताछ की। इनमें रोहित कुमार, विजय कुमार, राजेश कुमार, विशु कुमार व सोनू कुमार गुप्ता शामिल हैं। आपको बता दें कि राजदेव रंजन हत्याकांड में पुलिस ने सीवान से 6 लोगों को गिरफ़्तार किया था।
बताया जा रहा है कि जांच में सीबीआई पटना पुलिस के कुछ अधिकारियों की भी मदद ले सकते हैं। पुलिस ने सबूत के तौर पर एक पिस्टल, दो ज़िंदा कारतूस, और मोटरसाइकिल पर लगे ख़ून के धब्बों की फोरेंसिक जॉच की रिपोर्ट भी ले ली है। सीबीआई के मुताबिक टीम के लोगों ने घटनास्थल का भी परीक्षण कर लिया गया है, जहां पत्रकार राजदेव को मारा गया था।
इसके साथ ही सीबीआई राजदेव का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों से भी पूछताछ कर सकते हैं। हत्याकांड के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपियों के तार शहाबुद्दीन से जुड़े रहे हैं। हाल ही में शहाबुद्दीन के साथ एक संदिग्ध को देखा गया है। वहीं शहाबुद्दीन ने अपने ऊपर लगे इन सभी आरोपों को ख़ारिज किया है।
13 मई को सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन इस हत्याकांड को किसके इशारे पर अंजाम दिया गया था, यह अभी भी बिहार पुलिस के लिए एक पहेली बनी हुई है।
विपक्ष और परिवार वालों की मांग पर बिहार सरकार ने 16 मई को इस मामले को सीबीआइ को सौंपने की घोषणा की। लेकिन सीबीआइ चुप बैठी थी। पिछले दिनों बाहुबली पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के जेल से रिहा होने और उनके साथ राजदेव रंजन हत्याकांड के फरार अभियुक्त मो. कैफ के दिखाई देने के बाद मामला एक बार गरम हो गया।
Source : News Nation Bureau