पटना में CPI(ML) का राष्ट्रीय महाधिवेशन, दीपंकर भट्टाचार्य ने मोदी सरकार साधा निशाना
16 फरवरी से राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भाकपा माले का 11 वां महाधिवेशन शुरू हो रहा है, लेकिन उसके पहले भाकपा माले ने राजधानी पटना के गांधी मैदान में महा रैली का आयोजन किया.
16 फरवरी से राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भाकपा माले का 11 वां महाधिवेशन शुरू हो रहा है, लेकिन उसके पहले भाकपा माले ने राजधानी पटना के गांधी मैदान में महा रैली का आयोजन किया. जिसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों से भी बड़ी तादाद में कार्यकर्ता शामिल हुए. रैली को संबोधित करते हुए भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि मोदी सरकार पूंजीपतियों की सरकार है और लोकतंत्र को बर्बाद करना चाहती है.
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि इस महाधिवेशन में ना सिर्फ देश के नेता जुड़ रहे हैं बल्कि विदेशों से भी डिलीगेट्स शामिल होंगे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूंजी पतियों की वजह से पर्यावरण पर भी असर पड़ रहा है. लिहाजा इस महाधिवेशन में पर्यावरण पर भी महा चर्चा होगी. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि 2019 में जब बिहार में 40 में 39 सीटें एनडीए को आई तो हमारी चिंता को बढ़ा दिया, लेकिन 2020 में जब हमारी पार्टी को 12 सीटें मिली तब इसने हमारे ताकत को और बढ़ाया और न सिर्फ हमारी ताकत बढ़ी बल्कि महागठबंधन की भी ताकत बढ़ी और लोगों का तो यहां तक कहना है कि अगर हम कुछ और सीटों पर लड़े होते तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते, महागठबंधन की ताकत बढ़ने से नीतीश कुमार भी हमारी तरफ आए हैं.
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि माले के महा अधिवेशन में मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया जाएगा. भट्टाचार्य ने यह भी कहा है कि इतनी सीटें होने के बाद पार्टी मंत्रिमंडल में इसलिए शामिल नहीं हो रही है. क्योंकि हम छात्रों, शोषितों, वंचितों और किसानों की आवाज हैं और हम सत्ता में आकर समझौता नहीं करना चाहते. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि भारत जोड़ो आंदोलन की वजह से कांग्रेस की ताकत बढ़ी है और यह विपक्षी एकता के लिए बहुत जरूरी है हमारी कोशिश है कि देश में बहुदलीय सरकार बने ताकि लोकतंत्र सुरक्षित रह सके.