बिहार विधानसभा चुनाव में बहुमत प्राप्त करने के बाद आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नवनिर्वाचित विधायकों की एक बैठक मुख्यमंत्री आवास में हो रही है. इस बैठक में भाग लेने के लिए बीजेपी के विधायक मुख्यमंत्री आवास पहुंच चुके हैं. इस बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भी पटना पहुंच गए हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी बैठक में शामिल हैं.
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बीजेपी-जदयू के अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक भी बैठक में पहुंच रहे हैं, जो इस बार एनडीए का हिस्सा हैं. इस बैठक में राजग विधायक दल के नेता के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन उपमुख्यमंत्री को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. लेकिन सूत्रों ने बताया कि सुशील मोदी ही फिर से बिहार के डिप्टी सीएम होंगे.
इसके अलावा इस बार जिस तरह से एनडीए को बहुमत मिला है, उससे मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर जो फैसला लिया जाएगा, वो काफी अहम होने वाला है. कई ऐसे चेहरे हैं जिन्हें नई कैबिनेट में जिम्मेदारी दी जा सकती है, जबकि कुछ को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. कई मंत्री इस बार चुनाव हार चुके हैं, जबकि मंत्रालयों के बंटवारे में इस बार हम और वीआईपी पार्टी भी हिस्सेदार रहेंगी. ऐसे में कुछ संभावित नाम सामने आए हैं, जिन्हें मंत्री पद दिया जा सकता है.
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नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में कुछ ऐसे चहरे हैं जिनके बारे में माना जा रहा है कि उनको बिहार कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाना तय है. जिनमें से कई तो नीतीश कुमार के करीबी हैं. संभावित नामों में संजय कुमार झा, श्रवण कुमार, बीमा भारती के नाम शामिल हैं, जो नीतीश के करीबी हैं. इसके अलावा बीजेपी से सुशील कुमार मोदी के अलावा प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, विजेंद्र प्रसाद यादव और मंगल पांडेय को फिर से मंत्री की कुर्सी मिल सकती है. वहीं हम पार्टी के नेता और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार को भी मंत्री पद मिलने की संभावना है. वो फिलहाल विधान परिषद के सदस्य हैं.