2024 की लड़ाई का बिगुल बज गया है. आगामी लोकसभा चुनाव में सीधे तौर NDA बनाम I.N.D.I.A के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. विपक्षी एकता धीरे-धीरे, मगर सधे हुए कदमों के साथ आगे बढ़ रही है. पटना और फिर बेंगलुरु की बैठक के बाद भी कई मसलों पर रायशुमारी नहीं हो सकी है, लेकिन चुनौतियों से निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है. यही वजह है कि उम्मीद के मुताबिक अब तक ना तो सीट शेयरिंग का फॉर्मूला निकाला जा सका, ना पीएम फेस पर सहमति. चुनावी कैंपेन पर भी चर्चा नहीं हो पाई है. हालांकि, विपक्ष ने जो 11 सदस्यीय पैनल गठित करने का ऐलान किया है, वो इन सारे सवालों के जवाब तलाशेगा और सहमति के लिए फॉर्मूला निकालेगा.
बीजेपी बोली- मिलेगी उचित हिस्सेदारी
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी और JDU के गठबंधन में 39 सीटों पर सफलता हासिल की थी. बीजेपी को 17 सीटें मिली थी, लेकिन बदली हुई परिस्थिति में बीजेपी के घटक दल बदल चुके हैं. बीजेपी के साथ लोजपा का दोनों गुट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी और जीतन राम मांझी की पार्टी साथ में आ चुकी है. बीजेपी का कहना है कि चुनाव के समय एनडीए के सभी घटक दल को उचित हिस्सेदारी मिल जाएगी.
सभी कर रहें हैं जीत का दावा
बिहार के सीएम नीतीश कुमार चाहते हैं कि एनडीए के खिलाफ संयुक्त तौर पर एक ही उम्मीदवार उतारा जाए. उस पर सहमति कैसे बनेगी, ये बड़ा सवाल बन गया है. 2024 का लोकसभा चुनाव में अभी वक्त हैं, लेकिन दोनों गठबंधन की ओर से अभी से ही अपनी-अपनी जीत का दावा किया जा रहा है. अब सवाल ये उठता है कि सीट शेयरिंग पर दोनों गठबधनों में कैसे सहमति बनेगी? दोनों गठबंधन के नेता आपसी सहमत की बात कह रहे हैं, लेकिन ये आसान नहीं है.
रिपोर्ट : आदित्य झा
HIGHLIGHTS
- बिहार में कैसे होगी सीट शेयरिंग?
- बड़े मुद्दों पर कब बनेगी सहमित?
- बीजेपी बोली- मिलेगी उचित हिस्सेदारी
- सभी कर रहें हैं जीत का दावा
Source : News State Bihar Jharkhand