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NEET Paper Leak Case: बेउर जेल में CBI की पूछताछ, मिल सकते हैं कई अहम सुराग

नीट पेपर लीक मामले की जांच में सीबीआई की सक्रियता ने शिक्षा माफिया के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजा है. बिहार और झारखंड में आरोपियों से पूछताछ और दिल्ली में पेशी की तैयारी इस मामले की गंभीरता को दर्शाती है.

Updated on: 29 Jun 2024, 05:34 PM

highlights

  • बेउर जेल में CBI की पूछताछ
  • जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ
  • मिल सकते हैं कई अहम सुराग

 

Patna:

CBI Investigation In NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले की जांच में सीबीआई की टीम बिहार और झारखंड में शुरुआती दिनों से ही काफी सक्रिय है. हजारीबाग में आरोपियों से पूछताछ के बाद, शनिवार (29 जून) को टीम पटना के बेऊर जेल पहुंची. यहां जेल में बंद मामले के 13 आरोपियों से सीबीआई पूछताछ करेगी. इन 13 आरोपियों में 6 परीक्षा माफिया, 4 अभ्यर्थी और 3 अभिभावक शामिल हैं. जेल में बंद आरोपियों में परीक्षा माफिया सिकंदर, अमित आनंद, नीतीश कुमार, अभ्यर्थियों में आयुष राज, अनुराग यादव, अभिषेक और अभिभावकों में अखिलेश, अवधेश और अन्य लोग शामिल हैं. इन सभी से कड़ी पूछताछ की जाएगी. पटना पुलिस ने इन 13 आरोपियों को पांच-छह मई 2024 को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक, आरोपियों के वकील भी बेउर जेल में मौजूद रहेंगे, क्योंकि वकील की मौजूदगी में ही पूछताछ की जाएगी. सीबीआई का उद्देश्य इन आरोपियों से पूछताछ करके नीट पेपर लीक मामले के असल सरगना तक पहुंचना है.

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हजारीबाग के आरोपियों की मेडिकल जांच

इससे पहले, सीबीआई हजारीबाग से गिरफ्तार किए गए प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को लेकर पटना के एलएनजेपी अस्पताल पहुंची थी, जहां दोनों आरोपियों की मेडिकल जांच कराई गई. जांच के बाद इन तीनों आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. इनके साथ ही आरोपी आशुतोष और मनीष की भी मेडिकल जांच कराई गई है. अब इन आरोपियों को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जा सकती है. सीबीआई पहले ही दो आरोपियों को रिमांड पर ले चुकी है.

दिल्ली में पेशी की तैयारी

जानकारी के मुताबिक, सीबीआई की टीम नीट पेपर लीक मामले के सात आरोपियों को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश कर सकती है. इन सातों आरोपियों को विमान से दिल्ली ले जाया जाएगा और इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है. यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि मामले की जांच तेजी से हो सके और असल दोषियों तक पहुंचा जा सके.

जांच का महत्व और सीबीआई की भूमिका

आपको बता दें कि नीट पेपर लीक मामला राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को प्रभावित करता है. इस मामले में सीबीआई की सक्रियता यह दर्शाती है कि सरकार और जांच एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं. सीबीआई की जांच का उद्देश्य न केवल दोषियों को पकड़ना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.