न बाजा, न बाराती फिर भी सावन के इस पवित्र माह में एक प्रेमी जोड़े ने परशुराम मंदिर में शादी रचाई. मंदिर के पुजारी रविंद्र पांडेय ने वैदिक रीति से प्रेमी युगल का विवाह संपन्न कराया. दोनों प्रेमी जोड़े की इस अनोखी शादी के गवाह बने कुछ वार्ड पार्षद, सामाजिक कार्यकर्त्ता और लड़की पक्ष के परिजन. खास बात यह रही कि इस बालिग जोड़ी की शादी रचाने में मोकामा पुलिस की सराहनीय पहल रही. बताया जाता है कि इसी थाना क्षेत्र की एक कोचिंग सेंटर पर युवती और युवक सन्नी कुमार का आठ साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था।दोनों आपस में शादी भी रचाना चाहते थे.
मगर दोनों के परिजन इस प्रेम-प्रसंग से नाराज हो गए. परिजनों के अनुसार 19 जुलाई को युवक और युवती घर से भाग खड़े हुए और ट्रेन से हावडा पहुंच गए. इधर,लड़की के परिजनों ने मोकामा पुलिस से मदद मांगी. मोकामा पुलिस ने पहल कर प्रेमी जोड़े को वापस मोकामा आने और थाना पहुंचने की सलाह दी।प्रेमिका के अनुसार पुलिस से आश्वासन मिलने पर दोनों थाना पहुंचे और आठ साल के प्रेम संबंधों का वास्ता देकर शादी रचाने की इच्छा जाहिर की.
थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने प्रेमी जोड़े को बालिग देख आवेदन लेकर छोड़ दिया. इधर, पुलिस की इस सराहनीय पहल से उत्साहित प्रेमी जोड़े शादी के बंधन में बंध गए. इस अनोखे विवाह में लड़की पक्ष के परिजनों ने शिरकत की, मगर वर पक्ष का कोई भी पारिवारिक सदस्य इस शादी में शामिल नहीं हुआ. प्रेम प्रसंग में आठ साल बाद हुई इस शादी में मोकामा पुलिस की सकारात्मक भूमिका की भूरि-भूरि सराहना की जा रही है जबकि इस शादी समारोह में वार्ड पार्षदों का भी सहयोग मिला और सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी विवाह में पहुंचकर वर वधु को आशीर्वाद दिया.
Source : News Nation Bureau