बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर भ्रमण के दौरान नए रोपवे, घोड़कटोरा और वेणुवन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि राजगीर का नया रोपवे अगले साल फरवरी महीने से पहले तैयार कर लिया जाएगा. नीतीश मंगलवार को नालंदा जिले के पर्यटन क्षेत्र राजगीर पहुंचे और विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने नए रोपवे निर्माण कार्य का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने केबिन, रैंप एवं यात्रियों के पहुंचने के रास्ते की भी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को रैंप एवं रास्ते के बगल में मजबूत रेलिंग देने के निर्देश दिए, ताकि यात्री सुरक्षित आ जा सकें.
नए रोपवे के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया और साथ ही पुराने रोपवे का भी निरीक्षण किया और उसके बेहतर रखरखाव को लेकर अधिकारियों को कई सुझाव दिए. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'राजगीर का नया रोपवे 25 अक्टूबर 2019 तक बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन कुछ मॉडिफिकेशन कार्य के साथ-साथ कोरोना के कारण इसमें देरी हुई.. इसे हर हाल में फरवरी से पहले तैयार कर लेना है. इसके निर्माण से पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी काफी सुविधा होगी.'
इसके बाद मुख्यमंत्री ने घोड़ा कटोरा झील का भी निरीक्षण किया. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जंगल के कचरे अथवा अवशेष को नहीं जलाएं. इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने वेणुवन का भी निरीक्षण किया. वेणु वन में चल रहे निर्माण कार्य को देखा. उन्होंने वेणु वन विस्तारीकरण का भी जायजा लिया. पत्रकारों से नीतीश ने कहा, 'वेणुवन के विस्तारीकरण की योजना बनाई गई थी. इसे जल्द ही पूरा किया जा रहा है. इसका निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद यह सुंदर लगेगा.'
उन्होंने कहा कि यहां दूसरे देशों के धर्मावलंबी यहां आते हैं. उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक जगह बताते हुए कहा, यह 2600 वर्ष पुरानी जगह है, जहां भगवान बुद्ध स्वयं भ्रमण के लिए आए थे. इसी को आधार बनाकर जितना संभव हो सका है, इसका विस्तार किया गया है. वेणुवन में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि बड़ी संख्या में पर्यटक आकर यहां आनंद उठा सकेंगे. उन्होंने कहा कि जू सफारी का कार्य भी तेजी से चल रहा है और इसका निर्माण कार्य पूर्ण होने से पर्यटक इसका लाभ उठा सकेंगे.
Source : IANS/News Nation Bureau