सीएम नीतीश कुमार की चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में कुल 13 अजेंडो पर मुहर लगाई गई है. जिसमें सबसे ज्यादा अहम जातीय जनगणना को लेकर है. जातीय जनगणना की समय सीमा को अब बढ़ा दिया गया है. जनगणना करने के लिए 2 महीने का और समय दिया गया है. ताकि काम पूरा हो सके. बता दें कि, केंद्र सरकार के माना करने के बाद राज्य सरकार ने खुद अपने खर्चे पर जातीय जनगणना कराने का फैसले लिया था.
पहले जातीय जनगणना अगले साल यानी फरवरी 2023 तक पूरी करा लेनी थी लेकिन अब इसे 2 महीने आगे बढ़ाया गया है. यानी नीतीश सरकार अब मई 2023 तक जातीय जनगणना कराएगी. नीतीश कैबिनेट ने बिहार जाति आधारित गणना के लिए एप और पोर्टल निर्माण पर खर्च होने वाली राशि को मंजूरी दी है. इसके लिए बेल्ट्रॉन को सरकार दो करोड़ 44 लाख से ज्यादा की राशि देगी. इसकी प्रशासनिक स्वीकृति आज कैबिनेट की बैठक में दे दी गई है.
नीतीश कैबिनेट ने आज नगर विकास एवं आवास विभाग से जुड़े महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी अपनी मुहर लगाई है. बिहार में अवैध बालू खनन को रोकने के लिए अब सरकार ने स्पीड बोट और अन्य तरह की खरीद के लिए 5 करोड़ की स्वीकृति दी है. यह राशि पटना, भोजपुर, सारण समेत ऐसे जिलों में खर्च किया जाएगा जहां नदियों से बालू का अवैध खनन होता है.
Source : News State Bihar Jharkhand