बिहार में रूपेश हत्याकांड को लेकर नीतीश सरकार (Nitish government) ने बड़ा फैसला लिया है. अब राज्य में पब्लिक हैंडलिंग वाले सभी टेंडर में ठेकेदारी लेने वाले और काम करने वाले सभी लोगों को चरित्र प्रमाण पत्र देना अनिवार्य कर दिया गया है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में डीजीपी और गृह सचिव के बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है.
बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि सभी लोगों को एसपी ऑफिस से प्रमाण पत्र बनाकर देना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि बस स्टॉप, एयरपोर्ट सहित इस तरह के जो टेंडर होंगे उनमें टेंडर लेने वाले और काम करने वाले लोगों को अनिवार्य तौर पर आईकार्ड के साथ चरित्र प्रमाण पत्र देना ही होगा. ऑफिस में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को भी चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा, तभी वह काम कर पाएंगे.
गौरतलब है कि राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में 12 जनवरी की देर शाम इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन प्रबंधक रूपेश कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रूपेश सिंह अपने पुनाईचक स्थित कुसुमविला अपार्टमेंट में प्रवेश कर ही रहे थे, तभी अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इस हत्याकांड के बाद सरकार और पुलिस की भी भारी फजीहत हुई है.
डीजीपी का दावा- हम केस सुलझाने के करीब
बिहार के पुलिस महानिदेशक एस.के. सिंघल ने दावा किया है कि पुलिस जांच अंतिम दौर में पहुंच गई है. डीजीपी सिंघल ने कहा कि रूपेश हत्या की जांच कई कोणों से की जा रही है. प्रथम दृष्टया मामला एयरपोर्ट पार्किंग ठेका विवाद से जुड़ा लग रहा है. उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक रूपेश की हत्या भाड़े के कॉन्ट्रैक्ट शूटरों से करवाई गई है. सूत्रों के मुताबिक, रूपेश के परिजन ठेकेदारी व्यवसाय से भी जुड़े हुए हैं.
Source : News Nation Bureau