राज्यपाल के आदेश को कुछ नहीं समझ रही नीतीश सरकार, आर्यभट्ट वि.वि. ने रजिस्ट्रार का चार्ज दिया, राजभवन ने जताया ऐतराज

आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति ने कुलाधिपति यानि राज्यपाल के आदेशों का उल्लंघन करते हुए अपने परीक्षा नियंत्रक को रजिस्ट्रार का चार्ज दिया है. इस मामले में राजभवन ने आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को कड़े शब्दों में पत्र लिखा है.

author-image
Shailendra Shukla
New Update
aryabhatt

फाइल फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

बिहार की नीतीश सरकार और राजभवन के बीच जारी टकराव का अब भयानक असर दिखने लगा है. दरअसल, ताजा मामले में राज्य के आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति ने कुलाधिपति यानि राज्यपाल के आदेशों का उल्लंघन करते हुए अपने परीक्षा नियंत्रक को रजिस्ट्रार का चार्ज दिया है. इस मामले में राजभवन ने आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को कड़े शब्दों में पत्र लिखा है. मिली जानकारी के मुताबिक, आज लिखे गए पत्र में राजभवन ने आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) के कुलपति से स्पष्टीकरण मांगा है. उनसे पूछा गया है कि कुलाधिपति के आदेश की अवहेलना करते हुए परीक्षा नियंत्रक राजीव रंजन को पुन: रजिस्ट्रार का अतिरिक्त प्रभार कैसे और क्यों सौंपा गया है? राजभवन ने साथ ही कहा है कि अगले 4 दिनों के अंदर राजीव रंजन को रजिस्ट्रार के अतिरिक्त प्रभार से हटा दिया जाये. 

राज्यपाल की तरफ से प्रमुख सचिव रॉबर्ट एल चोंगथु द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी में नियमित रजिस्ट्रार की नियुक्ति तक इस पद का प्रभार किसी दूसरे सक्षम इंसान को दिया जा सकता है. पत्र में ये बात भी पता चल रहा है कि कुलाधिपति ने मई 2019 में जो आदेश दिया था उसका अनुपालन दो वर्षों के बाद किया गया था.  दरअसल, कुलाधिपति के निर्देश के बावजूद यूनिवर्सिटी ने राजीव रंजन को अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करने के लिए कोई आदेश नहीं जारी किया गया था. चोंगथु ने अपने पत्र में लिखा है कि 30 अप्रैल, 2021 को भी चांसलर सचिवालय द्वारा इस मामले में देरी को लेकर AKU के कार्यवाहक वीसी से पुन: स्पष्टीकरण मांगा था और कुलाधिपति ने राजीव रंजन से संबंधित पूरे मामले पर विचार करते हुए ही 2019 में ही रजिस्ट्रार के अतिरिक्त प्रभार से उन्हें मुक्त करने का आदेश दिया था लेकिन उसका अनुपालन नहीं हुआ.

ये भी पढ़ें-समस्तीपुर कोर्ट में कैदी पर गोली चलने का मामला, पुलिस ने बदमाशों को पकड़ा, 60 लाख की दी गई थी सुपारी

यह भी बताते चलें कि बिहार के तकनीकी संस्थानों के संचालन के लिए बनाया गया आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय लगातार कामचलाऊ व्यवस्था के लिए ही जाना जाता है. यहां कुछ भी प्रापर तरीके से नहीं है. सितंबर 2020 से ही ये विवि बिना नियमित वीसी के चल रहा है. यहां के वीसी अतिरिक्त प्रभार के सहारे चल रहा है. फिलहाल एलएन मिथिला विश्वविद्यालय के वीसी एसके सिंह ही जून 2021 से एकेयू के वीसी के रूप में अतिरिक्त प्रभार संभाले हुए हैं और उनका कार्यकाल भी सितंबर 2023 में खत्म हो रहा है लेकिन अभी तक AKU को स्थाई वीसी नहीं मिल सका है.

HIGHLIGHTS

  • राजभवन और नीतीश सरकार में बढ़ी तल्खी
  • AKU ने दिया रजिस्ट्रार को चार्ज
  • राजभवन के आदेशों को AKU ने किया दरकिनार

Source : News State Bihar Jharkhand

Nitish Kumar Aryabhatta University
Advertisment
Advertisment
Advertisment