छपरा शराब कांड मामले में जमकर राजनीति की जा रही है. एक तरफ सीएम नीतीश कुमार द्वारा ये स्पष्ट कर दिया गया है कि जहरीली शराब पीकर मरनेवालों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा तो दूसरी तरफ बीजेपी मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांगकर रही है. अब बीजेपी ने नीतीश सरकार पर एनसीआरबी को झूठे आंकड़े भेजने का आरोप लगाया है. बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सवालिया लहजे में पूछा है कि क्या बिहार में 6 वर्षों में केवल 23 लोगों की मौत हुई है? झूठे आँकड़े NCRB को बिहार भेजता है . केवल गोपालगंज में 2016 में 19 मारे और सरकार ने 4 लाख मुआवज़ा दिया, परंतु 2016 में 6 मौत दिखाई गई.
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बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 70 से ज्यादा लोगों की अबतक मौत होने की पुष्टि हो चुकी है. बीजेपी सूबे की महागठबंधन सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है लेकिन आंकड़े ये बता रहे हैं कि बिहार दूसरे राज्यों की तुलना में शराब से हो रही मौतों के मामले में बहुत पीछे है. बीजेपी बेशक सूबे के महागठबंधन सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है लेकिन खुद बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश खुद शराब की वजह से होनेवाली मौतों के मामले टॉप पर है और इस बात को हम नहीं बल्कि एनसीआरबी के वो आंकड़े कह रहे हैं जो सरकार द्वारा समय-समय पर लोकसभा में भी प्रस्तुत किए गए हैं.
नंबर 1 पर मध्य प्रदेश
2016 से 2021 तक के बीच मध्य प्रदेश में जहरीली शराब पीने के कारण हुई मौतों के मामले में मध्य प्रदेश टॉप पर है. विस्तृत आंकड़ों की बात करें तो 2016 में 184 लोग, 2017 में 216 लोग, 2018 में 410 लोग, 2019 में 190 लोग, 2020 में 214 लोग और 2021 में 108 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 1032 लोगों की मध्य प्रदेश में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
नंबर 2 पर कर्नाटक
शराब पीने से होनेवाली मौतों के मामले में कर्नाटक दूसरे स्थान पर है. विस्तृत आंकड़ों की बात करें तो कर्नाटक में 2016 में 68 लोग, 2017 में 25 लोग, 2018 में 218 लोग, 2019 में 268 लोग, 2020 में 99 लोग और 2021 में 104 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 1013 लोगों की कर्नाटक में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
नंबर 3 पर पंजाब
शराब पीने से होनेवाली मौतों के मामले में पंजाब देश में तीसरे स्थान पर है. पंजाब में 2016 में 72 लोग, 2017 में 170 लोग, 2018 में 159 लोग, 2019 में 191 लोग, 2020 में 133 लोग और 2021 में 127 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 852 लोगों की पंजाब में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
नंबर 4 पर छत्तीसगढ़
शराब पीने से होनेवाली मौतों के मामले में छत्तीसगढ़ देश में चौथे स्थान पर है. छत्तीसगढ़ में 2016 में 142 लोग, 2017 में 104 लोग, 2018 में 77 लोग, 2019 में 115 लोग, 2020 में 67 लोग और 2021 में 30 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 535 लोगों की छत्तीसगढ़ में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
नंबर 5 पर हरियाणा
शराब पीने से होनेवाली मौतों के मामले में हरियाणा देश में पांचवे स्थान पर है. हरियाणा में 2016 में 169 लोग, 2017 में 135 लोग, 2018 में 162 लोग, 2019 में 0 लोग, 2020 में 10 लोग और 2021 में 13 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 489 लोगों की हरियाणा में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
नंबर 6 पर गुजरात
शराब पीने से होनेवाली मौतों के मामले में गुजरात देश में छठवें स्थान पर है. गुजरात में 2016 में 25 लोग, 2017 में 11 लोग, 2018 में 01 लोग, 2019 में 03 लोग, 2020 में 10 लोग और 2021 में 04 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 54 लोगों की गुजरात में पंजाब में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
नंबर 7 पर बिहार
छपरा शराब कांड सुर्खियों में आया बिहार शराब पीने से होनेवाली मौतों के मामले में देश में सातवें स्थान पर है. बिहार में 2016 में 06 लोग, 2017 में 0 लोग, 2018 में 0 लोग, 2019 में 09 लोग, 2020 में 06 लोग और 2021 में 02 लोग इस प्रकार 2016 से 2021 के बीच कुल 23 लोगों की बिहार में जहरीली शराब/अवैध शराब पीने से मौत हुई है.
पूरे देश में कितने लोगों की शराब पीने से मौत?
एनसीआरबी के मुताबिक, शराब पीने की वजह से पूरे देश में वर्ष 2016 में 1054, वर्ष 2017 में 1510, वर्ष 2018 में 1365, वर्ष 2019 में 1296, वर्ष 2020 में 947, वर्ष 2021 में 781 इस तरह कुल 6954 लोगों की मौत वर्ष 2016 से वर्ष 2021 के बीच हुई है.
HIGHLIGHTS
- शराब कांड को लेकर बीजेपी हमलावर
- नीतीश सरकार पर लगाया झूठे आंकड़े भेजने का आरोप
- NCRB को झूठे आंकड़े भेजती है बिहार सरकार-सुशील मोदी
Source : Shailendra Kumar Shukla