अभी बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) की अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन दामन बदल एक-दूसरे का हाथ थामने का दौर शुरू हो गया है. इस कड़ी में महागठबंधन (Mahagathbandhan) छोड़ने वाले जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के एनडीए में प्रवेश को लेकर डील पक्की हो गई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बीच उनकी दोबारा से एनडीए में एंट्री को लेकर बात बन गई है. फिलहाल यह मामला सिर्फ बीजेपी के कारण फंसा है. भाजपा की ओर से हरी झंडी मिलते ही मांझी की एनडीए (NDA) में प्रवेश की औपचारिकताओं को पूरा कर लिया जाएगा.
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मांझी ने मांगी थी 15 सीट
नीतीश कुमार औऱ जीतन राम मांझी पर नजदीकी से नजर रखने वाले सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को सीएम आवास पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई. विश्वस्त सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक नीतीश कुमार हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को विधानसभा चुनाव में 9 से 12 सीट देने को तैयार हैं, जबकि मांझी ने बिहार विधानसभा चुनाव की 15 सीटों की मांग रखी थी. मांझी ने इसके तहत मगध क्षेत्र में बीजेपी की कोटे वाली कुछ सीटों की मांग रखी थी, जिस पर उनकी बीजेपी के नेताओं से भी अंतिम दौर में बातचीत चल रही है.
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31 को हो सकता है औपचारिक ऐलान
जानकारी के मुताबिक, जीतन राम मांझी ने एनडीए में शामिल होने के दौरान बीजेपी नेताओं की उपस्थिति की भी मांग रखी है और इसको लेकर फैसला जल्दी आ सकता है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मांझी 31 अगस्त तक एनडीए में फिर से घर वापसी कर लेंगे. मांझी ने हाल में ही महागठबंधन में तवज्जो नहीं मिलने के कारण खुद को अलग कर लिया था. गौरतलब है कि जीतन राम मांझी हम से इकलौते विधायक हैं जबकि उनके बेटे संतोष मांझी पार्टी के एमएलसी हैं.