2024 लोकसभा चुनाव से पहले पटना में विपक्षी दलों का जमावड़ा लगा हुआ. महागठबंधन में 18 विपक्षी दलों के नेता जुटे हुए हैं. इसमें भाजपा को केंद्र से बेदखल करने के लिए महागठबंधन के सभी नेता रणनीति बना रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि विपक्षी दलों का संयोजक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बनाया जाएगा. यानी नीतीश पर विपक्षी दलों को एकजुट रखने की कवायद होगी. हालांकि, अभी इसकी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक में संयोजक और अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा. बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चर्चा होगी. बैठक में विपक्ष साझा उम्मीदवारों को ऐलान का भी ऐलान कर सकता है.
बिहार की राजधानी पटना में सीएम नीतीश कुमार की अगुआई में विपक्षी दलों की बैठक हो रही है. बैठक में आए सभी नेताओं को नीतीश कुमार ने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी को एकजुट होना है. नीतीश कुमार ने बैठक के लिए देशभर में भ्रमण कर सभी विपक्षी दलों को आमंत्रण दिया था. नीतीश के आमंत्रण पर सभी विपक्षी दल एकजुट हुए हैं. वहीं, जेडीयू ने कहा कि यह बैठक महागठबंधन के दिलों की बैठक हो रही है.
यह भी पढ़ें: अमित शाह का विपक्षी दलों की बैठक पर तीखा हमला- पटना में चल रहा फोटो सेशन
कांग्रेस पार्टी का जो डीएनए है वो बिहार में है- राहुल गांधी
बैठक में शामिल होने आए राहुल गांधी ने कहा कि सभी दलों को साफ दिलों से एकजुट होकर चर्चा करनी चहिए. राहुल ने बैठक ने कहा कि हिंदुस्तान में विचारधारा की लड़ाई चल रही है. एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो वाली की विचारधारा है तो दूसरी तरफ आरएसएस और भाजपा की भारत तोड़ो वाली विचारधारा है, इसलिए हम आज बिहार में आए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का जो डीएनए है वो बिहार में है.
अध्यादेश पर कांग्रेस रुख साफ करें- केजरीवाल
वहीं, विपक्षी दलों की बैठक में पहुंचे आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस को स्थिति को साफ करने को कहा. हालांकि, विपक्षी दलों की बैठक में यह साफ हो गया था कि इसमें सिर्फ लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने पर चर्चा होगी और रणनीति तैयार की जाएगी.
Source : News Nation Bureau